मुंबई। कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता। तबीयत से एक पत्थर तो उछालो यारों। जी हां यह पंक्ति यहां इस लड़की पर सटीक बैठती है। आस्मां शेख नाम की यह लड़की सीएसटी किल्ला कोर्ट के सामने फुटपाथ पर रहती है।
17 साल की आस्मा ने दसवीं कक्षा में 40 % अंक पाया है। इसका जोश देखकर 90% पाने वाली छात्रा भी इसके जोश के सामने फीकी पड़ जाएगी। आस्मा बताती है कि सड़क पर स्ट्रीट लाइट के जरिए देर रात तक पढ़ाई करती थी। आस्मा की कामयाबी पर उसकी मा और पिता सलीम शेख दोनों खुश है। यह परिवार सड़कों नींबू पानी मकाई बेचकर पेट पालता है।