ठंड के मौसम में बढ़ेगा कोरोना , वैज्ञानिकों की चेतावनी से 'टेंशन' में दुनिया!
नई दिल्ली। कोरोना पर वैज्ञानिकों ने नया दावा किया है. सर्दी में गर्मी से अधिक कोरोना संक्रमण फैल सकता है. वहीं वैज्ञानिकों ने आगे कहा है कि कोरोना का सेकेंड फेज की रफ्तार फरवरी में पकड़ने की संभावना है. वैज्ञानिकों के इस दावे के बाद माना जा रहा है कि इस साल कोरोना से राहत नहीं मिलेगी.
द डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार रीडिंग विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर बेन न्यूमन ने चेतावनी देते हुए कहा कि कोरोना का संक्रमण ठंड हवाओं में अधिक फैलता है, इसलिए इस बार विंटर में कोरोना ब्लास्ट की संभावना अधिक है. हालांकि विंटर में बर्फबारी भी कोरोना स्प्रेड पर असर डालेगा. एंटीबॉडी कोरोना से सुरक्षा की गारंटी नहीं- नयी दिल्ली स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी (एनआईआई) के वैज्ञानिकों का कहना है कि एंटीबॉडी की उपस्थिति सार्स-सीओवी-2 वायरस से विगत में संक्रमण का संकेत देती है लेकिन यह हर बार बीमारी से सुरक्षा प्रदान करने में सफल नहीं रहती .
उनका यह भी कहना है कि इस बात पर भी बहुत कुछ निर्भर करता है कि एंटीबॉडी किस प्रकार के और कितने हैं तथा वे कितने समय तक बने रहेंगे. यूनिसेफ करेगा वैक्सीन की अगुवाई- बता दें कि कोरोना महामारी के खिलाफ संघर्ष में वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद संभवत: अपनी तरह के सबसे बड़े और तेज अभियान में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ने घोषणा की है कि वह कोरोना वायरस के वैक्सीन की खरीद और आपूर्ति की अगुवाई करेगा।