मैक्स महाराष्ट्र हिंदी यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक रिपोर्टर और एक हिंदू पुजारी के बीच बकरा ईद को लेकर तीखी बहस होती दिखाई देती है। यह बहस धर्म, आस्था, और जानवरों के अधिकारों को लेकर एक संवेदनशील मुद्दे को सामने लाती है।
रिपोर्टर ने पुजारी से सवाल किया कि बकरा ईद के दिन मुसलमान समुदाय बकरे की कुर्बानी क्यों देता है? क्या जानवरों की जान लेना उचित है? इस पर पुजारी ने जवाब दिया, "बकरा ईद मुस्लिम समुदाय का त्यौहार है और वे अपनी आस्था के अनुसार बकरे की कुर्बानी देते हैं। हम इसमें दखल नहीं देते, लेकिन हमारी भावना यह है कि गाय को नहीं मारा जाना चाहिए क्योंकि वह हमारी मां है।"
पुजारी के इस जवाब के बाद रिपोर्टर ने पलटकर सवाल किया, "बकरी और मुर्गी भी तो जीव हैं, उनकी भी जान है, तो फिर सिर्फ गाय को ही क्यों पवित्र माना जाता है? क्या बकरी और मुर्गी की जान की कीमत कम है?"
इस सवाल पर पुजारी भड़क उठे और कहने लगे कि गाय भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रखती है और उसे पूजनीय माना गया है। जबकि बकरी और मुर्गी को उस नजरिए से नहीं देखा जाता।
रिपोर्टर ने फिर तर्क दिया कि अगर हम सचमुच सभी जीवों की रक्षा करना चाहते हैं, तो हमें सभी जानवरों की जान की कीमत एक समान समझनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि त्योहार के नाम पर किसी भी जीव की बलि देना अमानवीय है।
इसके बाद दोनों के बीच बहस गर्म हो गई और मामला धार्मिक मान्यताओं बनाम नैतिकता के मोर्चे पर आ गया। बहस के दौरान कई बार माहौल तीखा होता गया लेकिन दोनों पक्ष अपने-अपने तर्कों पर अड़े रहे।
इस पूरी बहस को आप मैक्स महाराष्ट्र हिंदी यूट्यूब चैनल पर देख सकते हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन चुका है और लोग इस पर अपनी राय दे रहे हैं।