बारिश में मुंबई की सड़कों पर क्यों लगता है पानी, कहीं अंग्रेजों के जमाने की पुरानी ड्रेनेज सिस्टम तो नहीं?

Update: 2020-07-19 09:23 GMT

मुंबई। मुंबई में हर बरसात के दौरान उपनगर के अनेक इलाके में जलजमाव की घटनाएं आम हो गई है। लेकिन मनपा प्रशासन की ओर से जलजमाव को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है। जबकि इस बार 16 और 17 जुलाई को मुंबई में हुई भारी बारिश के कारण उपनगर के कुर्ला टर्मिनस, चेम्बूर, सायन, चूनाभट्टी, भांडुप, मानखुर्द, अंटाप हिल और घाटकोपर पूर्व के अनेक इलाके जलमग्न हो गए थे। जिसके कारण मुंबई में जलजमाव की घटनाओं को रोकने के लिए समाजसेवी, भवन निर्माता चेनैय्या ई वी गौड़ा ने मुम्बई में अंग्रेजों के समय की बिठायी गयी 100 साल पुरानी ड्रेनेज सिस्टम को बदलने पर जोर दिया है। बता दें कि 26 जुलाई 2005 के मूसलाधार वर्षा में हुए भारी जलजमाव के बाद से अब हर साल बरसात में उपनगर के निचले इलाकों में पानी जमा होना आम बात हो गई है।
100 साल पहले के ड्रेनेज सिस्टम को बदला जाए
चेनैय्या ई वी गौड़ा ने बताया कि आज भी मुंबई उपनगर के अनेक इलाके लो लेबल एरिया में बसे हैं। विशेष रूप से चेम्बूर सेल कॉलोनी, कलेक्टर कॉलोनी,पोस्टल कॉलोनी ,तिलक नगर, सिंधी कैम्प, कुर्ला टर्मिनस, नेहरू नगर, अंटाप हिल, सायन, चूनाभट्टी, घाटकोपर पूर्व और साकीनाका की अनेक बस्तियां हैं। जहाँ हर बरसात में जलजमाव के कारण लोंगो को काफ़ी परेशानी उठानी पड़ती है। ऐसे में जलजमाव की घटना पर रोक लगाने के लिए गौड़ा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, नगरविकास मंत्री और मनपा आयुक्त से मुंबई के पुराने ड्रेनेज सिस्टम को बदलने की मांग की है। गौड़ा ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है। यहाँ पर देश विदेश के लोगों का बड़ी संख्या में आवागमन रहता है। वर्तमान में कोरोना के कारण लॉकडाउन शुरू है। थोड़े से बरसात के दौरान मुंबई में हो रहे जलजमाव से शहर की प्रतिमा विदेशों में धूमिल होती है। इस कारण और लोगों के जान माल की सुरक्षा हेतु मुंबई के पुराने ड्रेनेज सिस्टम में बदलाव करने पर गौड़ा ने जोर दिया है। वहीं विद्याविहार के युवा समाजसेवक सुशील गुप्ता ने कहा कि बारिश के दौरान हर साल निचले इलाकों में जलजमाव पर नियंत्रण के लिए मोटर पंप बैठा देता है किंतु देखने में यह आता है कि अनेक जगहों पर मोटर पंप बंद रहते हैं और भारी बारिश के दौरान पानी ही नहीं खींच पाते हैं। इस कारण मोटर पंप बिठाकर जलजमाव पर कंट्रोल नहीं पाया जा सकता है। ऐसे में राज्य सरकार और मुंबई मनपा आयुक्त को चाहिए कि बरसात के बाद जलजमाव पर निजात पाने के लिए संबंधित अधिकारियों की बैठक आयोजित करके उस पर हमेशा के लिए उचित और ठोस उपाय करे।

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