योगी का ये अंदाज,कहा-मुझे श्‍लोक आते हैं, शायरी नहीं मगर 'चमन को सींचने में...

Update: 2020-08-22 13:47 GMT

लखनऊ। विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन विपक्ष के हंगामे पर सीएम योगी काफी अक्रामक नज़र आए। उन्‍होंने विपक्ष पर हमले का एक भी मौका नहीं छोड़ा। उन्‍होंने कहा 'मुझे श्‍लोक आते हैं, शायरी नहीं…', विधानसभा में पहली बार एक शेर भी पढ़ा।

सीएम ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। कहा कि कांग्रेस और सपा एक-एक 'खान' को बचाने की मुहिम चला रही हैं। ये वे 'खान' हैं जिन्‍होंने हमेशा कानून को ठेंगा दिखाया। मुख्‍यमंत्री ने विधानसभा में कांग्रेस और सपा के हंगामे पर भी निशाना साधा। उन्‍होंने कहा जनता, अपराधियों के पक्ष में खड़े नज़र आने वालों को सबक सिखाएगी।

कांग्रेस पर खासतौर पर हमलावर दिख रहे मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के नेता तो ऐसे व्‍यक्ति की रिहाई की मांग कर रहे हैं जिसके लिए बाहर से भी धमकी भरे फोन आ रहे हैं। कांग्रेस-सपा पर तंज कसते हुए सीएम योगी ने पहली बार एक शेर भी पढ़ा।

उन्‍होंने कहा कि वह श्‍लोक जानते हैं, शायरी नहीं। लेकिन आज इतना जरूर कहेंगे कि-'चमन को सींचने में कुछ पत्तियां झड़ गई होंगी, यहीं इल्‍जाम लग रहा है, हम पर बेवफाई का। चमन को रौंद डाला, जिन्‍होंने अपने पैरों से, वही दावा कर रहे हैं, इस चमन की रहनुमाई का।।'

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