होइहि सोइ जो राम रचि राखा....

Update: 2020-08-05 07:49 GMT

पीएम मोदी ने रामलला को पहले किया साष्टांग प्रणाम फिर की पूजा

अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में 12 बजकर 44 मिनट पर शुभ मुहूर्त में राम मंदिर की नींव रखी। इससे पहले 31 साल पुरानी 9 शिलाओं का पूजन किया गया। चांदी की ईंटों को भी पूजा गया। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने हनुमान गढ़ी और इसके बाद रामलला के दर्शन किए। वे रामलला के दर्शन और हनुमान गढ़ी जाने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।

और सबसे खूबसूरत बात यह कि इसका सबसे पहला न्योता उन इकबाल अंसारी को भेजा गया, जो बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे थे। 492 साल पहले बाबर के कहने पर अयोध्या में विवादित ढांचा बना था। 1885 में पहली बार यह मामला अदालत में गया। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके ठीक नौ महीने बाद अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन होने जा रहा है। इससे पहले मोदी 1991 में अयोध्या गए थे।

तब भाजपा अध्यक्ष रहे मुरली मनोहर जोशी तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे और यात्रा में मोदी उनके साथ रहते थे। मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त फैजाबाद-अंबेडकर नगर में एक रैली को सं‍बोधित किया था, लेकिन अयोध्या नहीं गए थे। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भूमिपूजन के लिए एक मंच बनाया गया है। इस पर प्रधानमंत्री मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास मौजूद हैं।

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