लोग नहीं चाहते विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का नेतृत्व राहुल गांधी करें
देश में होने वाले अगले चुनाव को अब ज्यादा समय नहीं रह गया है | इस चुनाव के चलते सभी मुख्य पार्टियाँ तैयारियाँ में जुट गई है | तो वहीं BJP में बैठकों का दौर चल रहा है | PM मोदी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दे रहे है | विपक्ष के 26 दलों ने BJP को चुनौती देते हुए महागठबंधन किया था, जिसका नाम I.N.D.I.A रखा गया है।
देश में होने वाले अगले चुनाव को अब ज्यादा समय नहीं रह गया है | इस चुनाव के चलते सभी मुख्य पार्टियाँ तैयारियाँ में जुट गई है | तो वहीं BJP में बैठकों का दौर चल रहा है | PM मोदी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दे रहे है | विपक्ष के 26 दलों ने BJP को चुनौती देते हुए महागठबंधन किया था, जिसका नाम I.N.D.I.A रखा गया है। हालांकि अब तक इस गठबंधन के नेता का नाम ऐलान नहीं किया गया है। उसीं समय राहुल गांधी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है | इसके बाद उन्हे लोकसभा सदस्यता फिर से बहाल कर दी गई है | इसलिए वो अब चुनाव लड़ सकते है | इस सियासी माहौल के बीच एबीपी न्यूज के लिए सी वोटर ने ऑल इंडिया सर्वे किया था। इस सर्वे के नतिजे चौंकाने वाले दिखाई दे रहे है |
इस सर्वे में 3 हजार 767 लोगों की राय ली गई थी और विपक्षी गठबंधन से जुड़ा सवाल किया गया था । सर्वे में जनता से सवाल पूछा गया था कि, क्या राहुल गांधी को विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का संयोजक बनना चाहिए या नहीं ?
इस सर्वे में शामिल 38 प्रतिशत लोगों ने राहुल गांधी का साथ देते हुए राहुल को विपक्षी गठबंधन के लिए चुना, तो वही 41 प्रतिशत लोगों ने 'ना' मे जवाब दिया और 21 प्रतिशत लोगो का जवाब पता नहीं में था। राहुल गांधी को विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का संयोजक बनना चाहिए ?
स्रोत - सी वोटर
हाँ - 38%
नहीं - 41%
पता नहीं - 21%
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की अगली बैठक इस महिने के अंत मे यानी 1 सितबंर को मुंबई में होने जा रहा है | आपको बता दें की, इससे पहले कि पटना और बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दो बैठक हो चुकी है । 18 जुलाई को बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरी बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खरगे ने कहा था कि, मुंबई की अगली बैठक में 11 सदस्यीय समन्वय समिती का चुनाव किया जाएगा | इसलिए 31 अगस्त और 1 सितंबर की बैठक INDIA अलायन्स के लिए महत्वपूर्ण है| पर इसी दौरान राहुल गाँधी के नेतृत्व पर सवाल खडा हो चुका है |