Makar Sankranti पर क्यों खाई जाती है खिचड़ी?

Update: 2021-01-14 02:00 GMT

मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी को है. सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है. मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा और तिलकुट खाने की परंपरा है. इस दिन लोग उड़द दाल की खिचड़ी खाना भी बहुत पसंद करते हैं. उड़द दाल की खिचड़ी टेस्टी और हेल्थ के लिए फायदेमंद भी है. मकर संक्राति 14 जनवरी को मनाई जाएगी. इस दिन स्नान और शुभ मुहूर्त में जितना दान का महत्व है उसी तरह खिचड़ी खाने का भी महत्व है.

ज्‍योतिषशास्‍त्र कहता है कि खिचड़ी मुख्‍यतः चावल और जल से बनता है जो चंद्रमा का प्रतीक है. इसी तरह खिचड़ी में उड़द की दाल का प्रयोग किया जाता है, जिसका संबंध शनि देव से है. हल्‍दी गुरु ग्रह से संबंधित है. हरी सब्जियों का संबंध बुध ग्रह से कहा गया है. खिचड़ी में घी डालने की भी परंपरा है. घी का संबंध सूर्य देव से माना गया है. इन सबका मकर संक्राति के दिन सेवन से आपके ग्रह शांत होते हैं और जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

मकर संक्रांति 2021

दृक पंचांग के अनुसार, इस वर्ष मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी ​दिन गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन सूर्य देव सुबह मकर राशि में 08:30 बजे प्रवेश करेंगे। यह मकर संक्रान्ति का क्षण होगा। इस दिन मकर संक्रान्ति का पुण्य काल कुल 09 घण्टे 16 मिनट का है।

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