ठाणे में शिवसेना ने बुलेट ट्रेन के लिए भूमि स्थानांतरण प्रस्ताव को क्यों किया खारिज

Update: 2020-12-25 09:32 GMT

ठाणे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना 'अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन' को बड़ा झटका देते हुए शिवसेना शासित ठाणे नगर निगम (टीएमसी) ने इसके लिए भूमि सौंपने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. टीएमसी का यह निर्णय मुंबई मेट्रो के लिए कांजूरमार्ग क्षेत्र में भूमि आवंटन को लेकर शिवसेना नीत महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार में विवाद के बीच आया है.ठाणे नगर निगम के एक अधिकारी ने कहा कि 'अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन' परियोजना पर काम कर रहे राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम के भूमि सौंपने के प्रस्ताव को बुधवार को निगम की एक बैठक में खारिज कर दिया गया.

एनएचएसआरसी ने टीएमसी से छह करोड़ रुपये के मुआवजे में भूमि का स्वामित्व सौंपने का आग्रह किया था. निगम की बैठक में इस संबंध में बुधवार को पांचवीं बार प्रस्ताव आया जिसे खारिज कर दिया गया. इससे पहले आए प्रस्तावों को भी एक तरीके से ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था. दिलचस्प रूप से भूमि आवंटन का प्रस्ताव तो खारिज कर दिया गया लेकिन निगम ने शहर के लाइट रेल के लिए प्रस्ताव पास किया है. भाजपा नेता संजय वागुले ने टीएमसी के इस फैसले की आलोचना की है.

गौरतलब है कि मेट्रो शेड को लेकर राज्य और केंद्र सरकार में विवाद है. देवेंद्र फडणवीस सरकार ने मेट्रो शेड के लिए आरे कॉलोनी एरिया को चुना था लेकिन फिर शिवसेना सरकार ने कांजूरमार्ग पर इसके लिए जगह अलॉट की. इसे लेकर केंद्र सरकार हाईकोर्ट चली गई थी. केंद्र सरकार का कहना है कि कांजूरमार्ग स्थित भूमि साल्ट डिपार्टमेंट से संबंधित है. हाईकोर्ट ने अभी लैंड अलॉटमेंट पर स्टे लगा दिया है.

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