नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को लेकर देशभर में फैल रहे आंदोलन के बीच किसानों से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री तथा तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी पर वार करते हुए कहा कि उन्हें किसानों के हित की चिंता नहीं है, बल्कि वह राजनैतिक रूप से खुद को पुनर्जीवित करने की कोशिश में जुटी हैं. PM ने कहा, पश्चिम बंगाल की सरकार की वजह से राज्य के 70 लाख किसानों को PM किसान निधि के तहत पैसे नहीं मिल रहे हैं, जबकि भारत सरकार की तरफ से सारा पैसा दिया जा रहा है. बंगाल के कई किसानों ने भारत सरकार को चिट्ठी लिखी है, पश्चिम बंगाल सरकार पैसे अटकाकर बैठ गई है. यह केंद्र सरकार का पैसा है,
राज्य सरकार को कोई रकम खर्च नहीं करनी है, लेकिन इसके बावजूद किसानों को कोई रकम नहीं मिल रही है. लाखों किसानों ने योजना का लाभ पाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है, लेकिन राज्य सरकार ने उसे अटका दिया है. बेहद उदास मन से यह कह रहा हूं, अगर आप 15 साल पुराने ममता जी के भाषणों को सुनेंगे, तो आप जानेंगे, कैसे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सरकारों ने बंगाल को तीन दशकों तक घुटनों पर लाए रखा, लेकिन यही लोग किसानों को PM निधि का लाभ दिलाने के लिए कोई अभियान नहीं चलाते. ऐसे ही लोग पंजाब में हैं. तृणमूल किसानों की मदद नहीं करेगी, लेकिन पंजाब, दिल्ली में अपने राजनैतिक प्रतिद्वंद्वियों से भी गठजोड़ कर लेंगे. ये पार्टियां, जो किसानों के बारे में कुछ नहीं बोलतीं, दिल्ली में राजनीति के लिए किसानों को इस्तेमाल करती हैं।