2022 के चुनाव में BMC पर किसका होगा झंडा,कांग्रेस-भाजपा या फिर फहरेगा शिवसेना का भगवा?
मुंबई। BMC चुनाव 2022 को लेकर कांग्रेस ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कांग्रेस 227 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। महाराष्ट्र अध्यक्ष नाना पटोले ने निश्चय किया है कि कांग्रेस सभी सीटों पर लड़ने के लिए सक्षम है। नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस 227 सीटों पर ताल ठोकेंगी। कुछ दिनों पहले यह अटकलें लगाई जा रही थी कि कांग्रेस शिवसेना के साथ मिलकर मनपा चुनाव लड़ेगी। पर कांग्रेस नेताओं के इस नए बयान से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस अकेले ही मैदान में उतरेगी।
कभी मुंबई में कांग्रेस का उत्तर भारतीय मतदाता में गहरी पैठ थी। पर जबसे देश में मोदी लहर तबसे ही मुंबई का हिदी भाषी समाज भाजपा के साथ विभाजित हो गया है। शायद यही कारण है कि मुंबई में कांग्रेस कमजोर हो गई है। साथ ही कांग्रेस का अंतर्कलह भी एक कारण रहा है। भाई जगताप के मुंबई अध्यक्ष बनने के बाद अब देखना है कि कांग्रेस पहले की तरह मजबूती के साथ उभर कर आती है कि नहीं। वहीं दूसरी तरफ यह भी कवायद चल रही है कि भाजपा संभवतः मनसे के साथ गठबंधन कर सकती है। अगर ऐसा हुआ तो उत्तर भारतीय मतदाता भाजपा से बिचक सकते हैं। इसका फायदा कांग्रेस को हो सकता है।
मुंबई का मराठी मतदाता किसके साथ होंगे, यह गणित कुछ और है, पर मुंबई में बसे यूपी-बिहार, झारखंड, गुजरात-राजस्थान आदि राज्यों के बसे लोगों को लुभाने के भाजपा-शिवसेना कांग्रेस ने रणनीति बनानी अभी से शुरू कर दी है। शिवसेना तो गुजराती समाज को जोड़ने का अभियान अभी से चला रही है। वहीं उत्तर भारतीयों को भी अंदर ही अंदर जोड़ने में लगी है। भले ही गुजराती वोटर भाजपा की तरफ होते हैं पर इन दिनों लगातार बढ़ती मंहगाई ने उन्हें भी आहत किया है। पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से गुजराती समाज का एक बड़ा धड़ा भाजपा से नाराज़ चल रहा है। जो भी है आगामी बीएमसी चुनाव में कांग्रेस की रणनीति कितना कारगर साबित होती है, यह तो समय ही बताएगा।