मामला वापस लेने के लिए DG संजय पांडे और परमबीर सिंह के बीच क्या बातचीत हुई ,क्यों अदालत गए परमबीर सिंह !
मुंबई : आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह ने पुलिस महासंचालक संजय पांडे पर पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ की शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाने और झूठे मामले दर्ज करने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। परमबीर सिंह और संजय पांडे के बीच क्या हुई बातचीत देखिए....
संजय पांडे: सुनो, मैं तुम्हें बताता हूं, मेरी पत्नी एक वकील है। आप सीधा बोल दो मैंने पत्र मे जो गंभीर आरोप लगाए है अब मुझे समझ मे आ रहा है की मैंने ये ठीक नहीं किया मै सरकारी सेवा मे काम करने वाला सेवक हूँ और सरकार द्वारा दी गई सभी सूचनाओ का मैंने पालन किया है। मैंने भावनात्मक उद्रेक से पत्र लिखा था । ऐसा बोलो और पत्र वापस ले लो।
परमबीर सिंह- ठीक है सर
संजय पांडे - इतना लिखने मे क्या प्रॉब्लेम है?
परमीबर सिंह: सर लेकिन क्या यह पर्याप्त है?
संजय पांडे: तो इस मुद्दे पर और क्या लिख कर दे ?
परमबीर सिंह: लेकिन सर क्या आपको यकीन है?
संजय पांडे: मैं उन्हें कोई आश्वासन नहीं दे सकता लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि मैं उन्हें आपका पत्र नहीं दूंगा जब तक कि वे आपके खिलाफ जांच वापस लेने के लिए तैयार न हों। यदि उन्होंने नहीं सुना है तो मुझे बताओ मैं तुम्हारी ओर से उनसे बात करूंगा और यदि आपकी कोई शर्त है, तो कहें ...
परमबीर सिंह: नहीं, मेरे पास कोई शर्त नहीं है, मुझे बिना किसी कारण के निशाना बनाया जा रहा है और मैं चाहता हूं कि मेरे पीछे जो जांच है वो बंद हो।
संजय पांडे: मेरी जांच रोकने के लिए पत्र में मत लिखना। एक पत्र लिखो जैसा मैंने आपको समझाया था और इसे प्रक्रिया के अनुसार मुख्यमंत्री को भेजो।
परमबीर सिंह: मैं बिना हस्ताक्षर किए ही आपको एक हार्ड कॉपी भेजूंगा।
संजय पांडे: पहले मुझे बिना हस्ताक्षर किए पत्र भेजें, मैं आपका हितचिंतक हूँ । मैं आपके खिलाफ नहीं जाऊंगा। मैं उस पत्र को पढ़ूंगा और फिर आपको बता दूंगा। मेरे द्वारा सूचित किए जाने के बाद ही इस पत्र पर हस्ताक्षर करें। हस्ताक्षर करने के बाद मुझे इसकी हार्ड कॉपी भेजें और फिर वह इसे मेरे पास रहेगी ।
परमबीर सिंह : बिलकुल ठीक सर
संजय पांडे: आप जो कह रहे हैं क्या आप उससे सहमत हैं?
परमबीर सिंह : हां सर मैं सहमत हूं। मैं आपकी सलाह का पालन करूंगा क्योंकि आपके पास मुझसे ज्यादा अनुभव है
संजय पांडे : मुझे कोई अनुभव नहीं है कि समझौता कैसे किया जाए। लेकिन मैं समझ सकता हूं कि अब आप किस दौर से गुजर रहे हैं। शायद पूछताछ से बच नहीं सकते वे आपसे कई सवाल पूछेंगे। एक बार यह शुरू होने के बाद मैं आपका पत्र दिखाऊंगा और समझौता करने की कोशिश करूंगा। यह संभव होता है तो बेहतर होता। मैं अपनी पूरी कोशिश करूँगा
परमबीर सिंह : धन्यवाद सर
ये सारी बातचीत की फोन रेकॉर्डिंग परमबीर सिंह ने सीबीआई को भी सौप दी है जिसे अदालत मे पेश किया जाएगा।