मुंबई : देश की दो राजनीतिक पार्टियों के बीच जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त 2019 तक लागू रहे विशेष प्रावधान 'अनुच्छेद 370' को लेकर सियासी वॉर छिड़ा हुआ है। दरअसल, हाल ही में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने क्लब हाउस चैट में कहा था कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है, तो वे जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करेंगे।
आपको बता दें कि बीजेपी लगातार दावा कर रही है कि दिग्विजय सिंह ने अनुच्छेद 370 को दुबारा लागू करने वाला बयान दिया है। इसी क्रम में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। प्रसाद ने सवालिया लहजे में कहा, "कांग्रेस नेतृत्व स्थिति स्पष्ट करे कि क्या वह धारा 370 की बहाली चाहते हैं। भाजपा नेता ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस नेतृत्व इस मामले पर संदेहास्पद चुप्पी क्यों साधे हुए है?
रविशंकर प्रसाद ने सिलसिलेवार तरीके से दो ट्वीट किए हैं। इन ट्वीट्स "एक दिन से अधिक हो गया है, जब कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व धारा 370 के बारे में अपने रुख पर एक विशिष्ट चुप्पी बनाए हुए है। क्या कांग्रेस धारा 370 की बहाली चाहती है जैसा कि दिग्विजय सिंह ने संकेत दिया है? मौन का समय समाप्त हो गया है. कृपया अपना स्पष्ट रुख स्पष्ट करें।"
It is now more than a day when the Central leadership of the Congress is maintaining a conspicuous silence on its stand about Article 370. Does the Congress want restoration of Article 370 as Digvijay Singh has indicated? Time of silence is over. Please explain your clear stand.
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) June 13, 2021
कानून मंत्री ने दूसरे ट्वीट में लिखा, "अनुच्छेद 370 को निरस्त करते हुए, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दोनों में सुशासन का वादा किया गया था। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सुदूर इलाकों में भी जिस तेजी से COVID-19 के खिलाफ टीकाकरण चल रहा है, वह जन-समर्थक सुशासन का प्रतीक है।"
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के क्लब हाउस चैट के वायरल ऑडियो को लेकर बवाल मचा है। इस पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस के सीनियर नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने क्लबहाउस चैट में कहा था कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आती है, तो वे जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करेंगे।