मुंबई। मुंबई पुलिस ने कथित टीआरपी घोटाले में मंगलवार को आरोप-पत्र दाखिल किया. इस मामले में रिपब्लिक टीवी के वितरण प्रमुख समेत 12 लोगों को आरोपी बनाया गया है. फिलहाल सात आरोपी जमानत पर बाहर हैं. हंसा रिसर्च के पूर्व कर्मचारी, चैनल रेटिंग का आकलन करने वाली एजेंसी, और रेटिंग में हेरफेर करने के आरोपी दो और चैनल के लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. फर्जी टीआरपी घोटाला पिछले महीने तब सामने आया था,
जब रेटिंग एजेंसी 'ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल' (बार्क) ने 'हंसा रिसर्च ग्रुप' के जरिए एक शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ टेलीविजन चैनल टीआरपी के आंकड़ों में हेरफेर कर रहे हैं. 'व्यूअरशिप डेटा' (कितने दर्शक कौन सा चैनल देख रहे हैं और कितने समय तक देख रहे हैं) दर्ज करने के लिए मापक यंत्र लगाने की जिम्मेदारी हंसा को दी गई थी.मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने पिछले महीने दावा किया था कि रिपब्लिक टीवी और दो मराठी चैनल बॉक्स सिनेमा तथा फक्त मराठी टीआरपी के साथ छेड़छाड़ में शामिल थे. हालांकि, रिपब्लिक टीवी और अन्य आरोपियों ने किसी भी गलत कृत्य और टीआरपी प्रणाली में छेड़छाड़ की बात से इनकार किया है.