मुंबई। अर्नब गोस्वामी एक बार फिर मुश्किलों में घिर रहे हैं। अर्णब गोस्वामी का वाट्सऐप चैट सोशल मीडिया पर लीक हुआ है। लीक हुए चैट में सत्तारूढ़ सरकार के सदस्यों, प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ बात चीत का ब्यौरे के साथ-साथ बार्क के पूर्व सीईओ से हुई बातचीत नजर आ रही है। अर्णब की नजदीकी और TRP के हेरफेर करने के प्रयासों से संबंधित जानकारी का खुलासा हुआ है। इस चैट को सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने एक सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर शेयर किया है। अगर ये स्क्रीनशॉट्स सही हैं तो रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। प्रशांत भूषण ने वॉट्सऐप चैट के जो स्क्रीनशॉट्स शेयर किए, वे सोशल मीडिया पर वायरल थे। इनमें एक नाम अर्नब का नजर आ रहा है, जबकि दूसरे नाम के बारे में दावा किया जा रहा है कि वे पार्थो दासगुप्ता हैं। दासगुप्ता ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल यानी बार्क के सीईओ रह चुके हैं। सोशल मीडिया पोस्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अर्नब और दासगुप्ता के बीच यह बातचीत 2019 में हुई थी। यह दिखाता है कि कैसे टीआरपी में हेरफेर किया जाता है. यह दिखाता है कि निंदनीय रूप से नकली समाचारों का प्रचार कैसे किया जाता है. इन सबसे ऊपर, यह दलाली गली के प्रमुख दलाल को नंगे कर देता है.
पीएमओ का क्या है संबंध
इस चैट के माध्यम से पता चलता है कि किस प्रकार से अर्णब गोस्वामी ने सत्तारूढ़ सरकार के सदस्यों के साथ अपनी नजदीकी का फायदा उठाया. उन्होंने इसके लिए सरकार से भाजपा सरकार से मदद भी ली थी. वायरल हो रहे चैट संदेशों में से एक में, BARC के पूर्व सीईओ ने कथित तौर पर गोस्वामी को एक गोपनीय BARC पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने न्यूज़ ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (NBA) को जाम कर दिया है जबकि गोस्वामी ने कथित रूप से जवाब दिया कि वह इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री से मिल सकते हैं. कुछ संदेश यह भी बताते हैं कि दास गुप्ता ने गोस्वामी को बताया कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने सेट-टॉप बॉक्स में स्थापित विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग करके टीवी दर्शकों की संख्या को मापने के लिए प्रस्ताव को राजनीतिक रूप से रिपब्लिक चैनल और भाजपा दोनों को नुकसान पहुंचाया है.दास गुप्ता के साथ गोस्वामी की कथित व्हाट्सएप चैट उसी दिन सोशल मीडिया पर लीक हो गई थी जब बॉम्बे हाईकोर्ट ने TRP घोटाला मामले में सुनवाई 29 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दी थी. मुंबई पुलिस ने यह भी कहा कि वे अगली सुनवाई तक गोस्वामी को गिरफ्तार नहीं करेंगे.