पिक्चर सोर्स : सोशल मीडिया
बीते दिन कल यानी 2 नवंबर को धनतेरस था, धनतेरस से ही दीवाली की शुरुआत हो जाती है, कुल पांच दिवसीय दीवाली होती है, आज यानी 3 नवंबर को छोटी दीवाली है और इसे नरक चतुर्दशी के रूप में जाना जाता है, इस दिन का खूब महत्व होता है,मान्यता है कि इस दिन सुबह सूर्योदय के पहले पवित्र स्नान करने से मनुष्य की आत्मा की पूरी तरह से शुद्धि हो जाती है और मृत्यु के बाद नरक की यातनाओं से पूरी तरह छुटकारा मिलता है ।
माना जाता है कि कृष्ण भगवान ने आज के दिन राक्षस नरकासुर का वध किया था, इसलिए इसे नरक चतुर्दशी कहा जाने लगा, इसे मुक्ति पर्व के नाम से भी जाना जाता है । छोटी दीवाली यानी आज पूरे घर और अपने आस पास के जगहों पर दिए जलाये जाते है, इस दिन भगवान कृष्ण,यमराज,काली माता और बजरंगबली की पूजा खासतौर पर की जाती है.
नरक चतुर्दशी को रूप चौदस, काली चौदस और छोटी दीवाली भी कहते है, इसे साल में एक बार आने वाला अत्यंत शुभ अवसर माना जाता है । बड़ी दीवाली इस बार 4 नवंबर को पड़ी है, इसके बाद 5 नवंबर को गोवर्धन पूजा और 6 नवंबर को भाई दूज है ।