45 साल से ज्यादा वालों को लगेगा टीका .आज से शुरू कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा चरण

Update: 2021-04-01 06:08 GMT

मुंबई : देशभर में कोरोना की रफ्तार को बढ़ता देख कोरोना वैक्सीन अभियान की रफ्तार को भी तेज कर दिया गया है. 1 अप्रैल यानी की आज से 45 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों को कोरोना वैक्सीन अभियान शुरू होने जा रहा है. मगर अभी तक 60 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों और 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं, उन्हें ही टीका लगाया जा रहा था.

लेकिन, आज से 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा. सरकार ने जल्द से जल्द बड़ी आबादी का टीकाकरण करने के उद्देश्य से हाल ही में यह कदम उठाया है, जिसके बाद वैक्सीनेशन के लिए लोग ऑनलाइन भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं और अस्पताल में भी जाकर टीका लगवा सकते हैं.

जानें, कैसे लगवा सकते हैं कोरोना टीका?

45 साल के ज्यादा के लोग दो तरीके से कोरोना वैक्सीन लगवा सकते हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इन दोनों तरीकों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 'कोविन की वेबसाइट http://cowin.gov.in के जरिए से एडवांस में अप्वॉइन्टमेंट ली जा सकती है. अगर आप एडवांस में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाना चाहते हैं तो फिर आपको दोपहर 3 बजे के बाद अपने नजदीकी अस्पताल, जहां पर कोरोना का टीका लगाया जा रहा है, वहां जाना होगा.'

उन्होंने कहा कि 'आप वहां पर भी कोविड-19 की वैक्सीन की डोज लगवा सकेंगे. मालूम हो कि देश में दो तरीके के कोरोना टीका लगाए जा रहे हैं. एक सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाई गई कोविशील्ड है और दूसरा भारत बायोटेक की देसी कोवैक्सीन है.'

फ्री में लग रहा कोरोना टीका?

बता दें कि प्राइवेट अस्पतालों में लोगों को वैक्सीन लगवाने के पैसे खर्च करने होंगे. क्योंकि सरकार ने पिछले दिनों प्रइवेट अस्पताल के लिए वैक्सीन की एक डोज की अधिकतम कीमत 250 रुपये तय कर दी थी. हालांकि, मुफ्त में भी कोविड वैक्सीन की डोज ली जा सकती है. इसके लिए आपको सरकारी अस्पताल जाना होगा. वहां पर मुफ्त में कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है.

जानें, कौन से डॉक्यूमेंट्स होंगे जरूरी?

कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए सरकार की तरफ से 12 12 पहचानपत्रों की एक सूची जारी की गई है. इशमें आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, मतदाता पहचानपत्र, पैन कार्ड, जनप्रतिनिधियों को जारी पहचानपत्र, बैंक/पोस्ट ऑफिस पासबुक, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज, सरकारी कर्मचारियों का सेवा पहचानपत्र और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) के तहत जारी स्मार्ट कार्ड शामिल है.

बताते चले कि वैक्सीन लगवाने पहुंचे व्यक्ति को इनमें से कोई भी एक पहचान पत्र पने पास रकना होगा और इसी कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर में दिखाना होगा और इसके बाद ही बाकी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा.

जानें, कब शुरू हुआ अभियान

आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीन का पहला चरण 16 जनवरी को शुरू किया गया था. इसमें दिल्ली में 3.6 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मी एवं अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को टीका लगाया गया था. तो वहीं, दूसरे चरण में, 60 साल से अधिक उम्र और पहले से गंभीर बीमारी से पीड़ित 45-59 साल के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाया गया था.

आपको बता दें कि टीकाकरण की जानकारी देते हुए, एक अधिकारी ने जानकारी देत हुए कहा कि 'सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक सिर्फ पंजीकृत लोगों को ही टीका लगाया जाएगा. गैर पंजीकृत लोग दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक टीका लगवा सकते हैं. टीका लगवाने के लिए लोगों को आधार कार्ड या कोई भी अन्य वैध पहचान साक्ष्य लाना होगा. तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान 192 केंद्रों पर चलेगा जिनमें से 136 राष्ट्रीय राजधानी के निजी अस्पताल हैं.'

Tags:    

Similar News