महाराष्ट्र के इस शख्स ने उत्तर प्रदेश के अपने दोस्त का दुखड़ा सुन,यहां कमाल कर दिया

अगर जाति का स्टिकर लगाया तो जब्त हो जाएगा आपका वाहन

Update: 2020-12-27 11:33 GMT

फाइल photo

लखनऊ/मुंबई। महाराष्ट्र के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) को पत्र भेजा था। खत में उन्होंने यूपी की सड़कों पर दौड़ने वाले 'जातिवादी वाहनों' से समाज को होने वाले खतरे के बारे में बताया था। इसके बाद पीएमओ ने यूपी सरकार को ऐसे वाहनों पर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए थे। वाहन पर पंजीकरण संख्या उसके लिए एक पहचान चिह्न होता है, पर इसके साथ ही लोग उस पर अपनी जाति या धर्म की पहचान को उजागर करते हुए अलग प्रकार का चिन्ह बनवा लेते हैं। पर अब ऐसे वाहनों के खिलाफ परिवहन विभाग की ओर से कार्रवाई करने का आदेश जारी हो गया है।

परिवहन विभाग ने ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर सीज करने या धारा 177 में चालान करने का आदेश जारी किया है। लखनऊ में दो पहिया और 4 पहिया वाहनों की कुल संख्या लगभग 25 लाख से ऊपर है। जातिवादी स्टिकर लगाकर घूमने वाले वाहनों की संख्या काफी ज्यादा है। महाराष्ट्र के सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षक हर्षल प्रभु ने आईजीआरएस पर पीएम को पत्र भेजकर कर ऐसे विषयों की तरफ ध्यान देने को कहा था। यूपी में वाहनों पर जाति लिखकर लोग गर्व महसूस करते हैं। इससे सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचता है, साथ ही यह कानून के खिलाफ भी है। हर्षल प्रभु मुंबई से सटे कल्याण इलाके में रहते हैं।

उन्होंने कहा, 'वाहन पर भी जाति लिखना सामाजिक ताने-बाने के लिए अच्छा नहीं है। अपनी जाति और धर्म पर कोई गर्व कर सकता है लेकिन अपने वाहनों पर उन्हें लिखकर हम यातायात के नियमों को तो तोड़ते ही हैं साथ ही जाति को लेकर होने वाली हिंसा को बढ़ावा भी देते हैं। हर्षल ने बताया 'मुझे इसके बारे में UP के मेरे दोस्त आशीष कनौजिया ने बताया था कि इसकी वजह से जातिवाद को बढ़ावा मिलता है। इसके बाद मैंने प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित कराने के लिए उन्हें पोर्टल के माध्यम से मामले की जानकारी दी थी। 

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