स्पेशल डेस्क, मैक्स महाराष्ट्र, मुंबई: राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद प्रशासनिक स्तर पर कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। महाराष्ट्र की इस नई सरकार ने रश्मि शुक्ला, देवेन भारती, बृजेश कुमार सिंह को अहम जगहों की जिम्मेदारी मिलना तय है।वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनाव से पहले केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गई सीआईएसएफ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला की जल्द ही महाराष्ट्र में बुलाया जाएगा। रश्मि शुक्ला के महाराष्ट्र लाने के लिए जोरदार पैरवी चल रही है। अटकले तो बहुत है लेकिन उनको यह पदभार सौंपा जाएगा हम इस तरह का कोई दावा नहीं करते है लेकिन सरकार उनको कहीं का सर्वोच्च पद सौंपेगी यह तय है।
इस बात की प्रबल संभावना है मीडिया में जो कयास लग रहे है कि शिंदे-फडणवीस सरकार में रश्मि शुक्ला को सीधे मुंबई पुलिस कमिश्नर का पद या पुलिस महानिदेशक बनाया जा सकता है। इससे पहले, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पास पुलिस आयुक्त या राज्य के महानिदेशक को नियुक्त करने की शक्ति थी। लेकिन अब माना जा रहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सीधा फैसला लेंगे। इसी बीच महाराष्ट्र में सीबीआई जांच पर लगी रोक की से सहमति को भी सरकार ने लौटा दिया जो ठाकरे सरकार ने लगायी थी। जिस तरह से राज्य में सुशांत सिंह आत्महत्या में केंद्रीय एजेंसियों की की एकजुटता देखी गई इसी के मद्देनजर सरकार ने सहमति वापस ले ली थी। लेकिन किसको क्या पद देना है देना यह यह तो सरकार को ही तय करना है। कयास तो बहुत लगाए गए है लेकिन मुहर किसी पर नहीं लगी है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के तबादले होने की अगले सप्ताह तक उम्मीद है। माना जा रहा है कि गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस तबादलों की सूची पर अपनी अंतिम मुहर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा के बाद ही देंगे, मुंबई दौरे पर अमित शाह के आने के बाद यह सूची नहीं दी जा सकी थी लेकिन जल्द ही यह भी तय हो जाएगा। अपने अंतिम फैसले में ठाकरे सरकार ने जाते जाते 30 जून को घोषणा की कि आई.पी.एस. अधिकारी विवेक फणसाळकर को मुंबई पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। वरिष्ठ आई.पी.एस. मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे के सेवानिवृत्त होने के बाद अधिकारी विवेक फणसाळकर ने कार्यभार संभाला। जबकि देखे तो यह कार्यकाल दो सालों का है, अगर सरकार किसी अधिकारी के साथ कोई तबादला करता है तो वो कैट का भी सहारा ले सकता है। सारी बातों को ध्यान में रखकर सरकार को फैसला लेना होगा कि क्या करना है कैसे किसे कहा पर पर लाना है। इन मामलों में सरकार निपुण है कोई विवाद नहीं होगा कई जगहों के पुलिस आयुक्त पद रिक्त होने वाले कई लोगों का कार्यकाल भी पूरा हो चुका है।
रश्मि शुक्ला, बृजेश कुमार सिंह और देवेन भारती को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का सबसे करीबी अधिकारियों में माना जाता है। रश्मि शुक्ला पर अवैध रूप से ठाकरे सरकार के मं6ियों और नेताओं फोन टैपिंग का मामला मुंबई और पुणे के पुलिस स्टेशन में दर्ज है। देवेन भारती पर मालवणी पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज है बांग्लादेशी महिला को पासपोर्ट देने के लिए जबरन पुलिस महकमे पर दबाव बनाने के लिए। देवेन भारती विशेष पुलिस महानिरीक्षक महाराष्ट्र राज्य सुरक्षा महामंडल में भेज भेज दिया गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक देवेन भारती के राज्य खुफिया विभाग (SID) में भेजा जा सकता है। ब्रजेश कुमार सिंह की छवि एकदम साफ है वो भाजपा की पिछली सरकार में सचिव और महानिदेशक, सूचना और जनसंपर्क और विशेष पुलिस महानिरीक्षक, साइबर क्राइम, महाराष्ट्र सरकार के पद पर कार्यरत थे। बृजेश कुमार सिंह को मुंबई की जगह पुणे या फिर मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस आयुक्त के पद पर भेजा जा सकता है।
अगले छह महीने में मुंबई महानगरपालिका समेत राज्य में 15 महानगरपालिका के चुनाव होंने है,ऐसे में स्वाभाविक है कि अधिकारी भी सरकार के मनपसंद के होने चाहिए। तबादलों की लिस्ट बड़ी लंबी है जिसमें पहले पायदान में भूषण उपाध्याय, सदानंद दाते, बिपीन कुमार सिंह, विनय कोरगांवकर, अमिताभ गुप्ता, आशुतोष डुम्बरे, सुखविंदर सिंह, विनय चौबे, अमितेश कुमार, रविंद्र कुमार सिंघल, विश्वास नांगरे पाटील, राजकुमार व्हटकर, के.एम.एम. प्रसन्ना, मनोज लोहिया, लखमी गौतम, सबसे पहले नाम है। सभी अच्छे जगहों पर पोस्टिंग पर भी है लेकिन सरकार को उनकी रूटीन पोस्टिंग करनी है देखना यह है कि किसको कहा पर सरकार और बेहतर जगह भेजने की कोशिश करती है।