120 मरीजों को दिए गए Remdesivir निकले खराब , साइड इफेक्ट होने पर पर Remdesivir के इस्तेमाल पर रोक
रायगढ़ : महाराष्ट्र में कोरोनोवायरस के मामलों की संख्या बढ़ रही है। साथ ही, कई सर्वेक्षणों से पता चला है कि मई के पहले-दूसरे सप्ताह में रोगियों की संख्या में और वृद्धि होने की संभावना है। इसी बीच महाराष्ट्र के रायगढ़ में 28 अप्रैल को कोरोना के मरीजों को दिया गया रेमेडिसविर इंजेक्शन का HCL21013 बैच खराब हो गया है।
रेमेडिसविअर की कमी पूरे देश में कम आपूर्ति में है और इस घटना से मरीजों और उनके रिश्तेदारों में असंतोष फैल गया है। जिले में रेमेडिसवीर इंजेक्शन का पूरा खेप दूषित पाया गया है। जिले में 120 कोरोना रोगियों को बैच लगाया गया था। इनमें से 90 को साइड इफेक्ट्स का अनुभव हुआ। डॉक्टरों ने तुरंत मरीजों का इलाज किया और उन्हें सामान्य स्थिति में वापस लाया। जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने कहा कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने जिला अस्पताल को रिमेडिसिवीर के उस बैच का उपयोग बंद करने का आदेश दिया है।
रायगढ़ जिले में हेटेरो हेल्थ केयर कंपनी द्वारा इंजेक्शन की आपूर्ति की जा रही थी। खाद्य और औषधि प्रशासन ने घटना के बाद कंपनी द्वारा वितरित रेमेडिसिविर इंजेक्शन के उपयोग को तत्काल रोकने का आदेश दिया है। रायगढ़ जिले के सभी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि कोविफोर नामक इंजेक्शन के HCL21013 बैच का उपयोग न करें।
रेमेडिसवीर की लंबी कतार, रेमेडिसवीर का काला बाजार हम पिछले कुछ दिनों से ऐसी घटनाओं को देख रहे हैं। लेकिन अब एक और घटना ने चिंता बढ़ा दी है। इस घटना के बाद यह सवाल उठाया जा रहा है कि अगर मरीज को दी जाने वाली दवा इतनी खतरनाक है तो उसे ठीक कैसे किया जाएगा।