मुंबई। औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजी नगर करने पर कांग्रेस व शिवसेना में टकराव बढ़ गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट में औरंगाबाद का उल्लेख संभाजी नगर के रूप में किए जाने के बाद महाराष्ट्र सरकार में राजस्व मंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहब थोरात ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर नसीहत दे डाली कि नाम बदलना सरकार का एजेंडा नहीं है।
मराठी में जारी इस ट्वीट में लिखा गया कि, मंत्रिमंडल की बैठक में संभाजी नगर (औरंगाबाद) के सरकारी अस्पताल एवं मेडिकल कालेज में 165 बिस्तर बढ़ाने एवं 365 नए पद सृजित करने का निर्णय लिया गया है। ट्वीटर में यह संदेश जिस पोस्टर पर लिखा गया है, उस पोस्टर में सबसे ऊपर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार एवं राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात के चित्र लगाए गए हैं। एक बड़ा चित्र आरोग्य शिक्षा मंत्री अमित देशमुख का भी लगाया गया है।
अमित देशमुख राज्य सरकार में कांग्रेस कोटे के मंत्री हैं। यह ट्वीट जारी होने के तुरंत बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्य सरकार में नंबर तीन के मंत्री बालासाहब थोरात ने लगातार तीन ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को नसीहत दे डाली। उन्होंने लिखा कि सूचना महानिदेशालय का काम नाम बदलना नहीं है। शहरों के नाम बदलना उस महाविकास आघाड़ी सरकार का एजेंडा नहीं है, जो न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर चल रही है। छत्रपति संभाजी महाराज का हम भी सम्मान करते हैं। उनके नाम पर हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए। हमें औरंगाबाद के विकास के लिए काम करना चाहिए।