शबनम की जुदाई और जेल की तन्हाई ने सलीम को बना दिया शायर

Update: 2021-03-03 02:30 GMT

लखनऊ। UP के बावनखेड़ी हत्याकांड का आरोपी सलीम अपनी प्रेमिका शबनम को बचाने के लिए माफी की गुहार लगा रहा है। सलीम को नैनी जेल के तन्हाई बैरक में रखा गया है। शबनम की जुदाई और जेल की तन्हाई ने सलीम को शायर बना दिया है। बावखेड़ी हत्याकांड के आरोपी सलीम को फांसी की सजा होने के बाद बरेली जेल में ट्रांसफर किया गया था। उस वक्त बरेली जेल में वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय थे। जेल में सलीम का आचरण ठीक न होने पर उस पर सख्ती की।

इसके बाद उसके अचारण में बदलाव आने लगा। तन्हाई बैरक में शबनम की याद में वह शायर बन गया। पांचों वक्त नमाज अदा करने लगा। प्रेमिका को बचाने के लिए दुआ मांगता है। जेल प्रशासन की मानें तो पांचवीं पास सलीम जेलों में रहते हुए पढ़ना और लिखना सीख गया। कम पढ़ा-लिखा होने के बावजूद सलीम इन दिनों जेल में कविताएं लिखता है। साथी बंदियों के मुताबिक उसने तमाम शेर भी लिखे हैं। उर्दू के लफ्जों के इस्तेमाल वाले शेरों को वो हिन्दी में कागज पर लिखता है। जेल में बंद कैदी कहते हैं कि शबनम के चक्कर में वह शायर बन गया है।

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