SC का BJP को झटका,दुश्मनी दोस्ती में भी बदल सकती है,कांग्रेस का ही हक BMC विपक्ष पद पर
मुंबई. BMC में BJP को बड़ा झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि BMC में विपक्ष के नेता के पद पर कांग्रेस ही रहेगी. सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में भाजपा की ओर से दायर की गई याचिका को खारिज करते हुए यह फैसला सुनाया. बीएमसी में शिवसेना और भाजपा सत्ता में थे और कांग्रेस लीडर ऑफ अपोजीशन, यानी कि विपक्ष के पद पर थी. 2019 के विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने गठबंधन कर महा विकास अघाड़ी की सरकार बनाई थी. जिसके बाद मुंबई बीएमसी में भी बड़ा बदलाव नजर आया और भाजपा और शिवसेना अलग हो गए. पर भाजपा इसके बाद नहीं रुकी.
बीएमसी में शिवसेना के बाद भाजपा दूसरे नंबर की पार्टी है जिसके शिवसेना के बाद सबसे ज्यादा पार्षद हैं. ऐसे में भाजपा ने मुंबई बीएमसी के विपक्ष पद के लिए दावा करते हुए पहले बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी विपक्ष के पद पर कांग्रेस का अधिकार ही बताया.हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद भाजपा ने दिल्ली स्थित उच्चतम न्यायालय का रुख किया. जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने मामले को खारिज करते हुए कहा कि आज भाजपा और शिवसेना के बीच दुश्मनी है पर कल इनके बीच दोस्ती भी हो सकती है. BMC के विपक्ष पद के लिए भाजपा बीएमसी गुट के नेता प्रभाकर शिंदे ने दावा किया था जिसे सुप्रीम कोर्ट ने नकार दिया।