लखनऊ/मुंबई। वेब सीरीज 'तांडव' मामले में लखनऊ हजरतगंज में केस दर्ज होने के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है। चार पुलिस कर्मियों की एक टीम मुंबई के लिए रवाना हो गई है। पूरे मामले में पुलिस वेब सीरीज के निर्देशक और लेखक से पूछताछ करेगी। 'तांडव' वेव सीरीज में कई अशोभनीय बातों और प्रधानमंत्री के गरिमामय पद को ग्रहण करने वाले व्यक्ति का चित्रण खराब तरीके से करने के मामले में डायरेक्टर अली अब्बास जफर, निर्देशक हिमांशु कृष्ण मेहरा, लेखक गौरव सोलंकी और अमेजन प्राइम की ओरिजनल कंटेन्ट इंडिया हेड अपर्णा पुरोहित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। यह एफआईआर लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली के सब इंस्पेक्टर अमरनाथ यादव की तहरीर पर लिखी गई है।
सब इंस्पेक्टर अमरनाथ ने एफआईआर में लिखा है कि इस वेव सीरीज के कई अंश सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। कई अधिकारियों ने इस सीरीज को देखा तो पाया गया कि सीरीज के प्रथम एपीसोड के 17 वें मिनट में देवी-देवताओं को बोलते दिखाया गया है जिसमें निम्न स्तरीय भाषा का प्रयोग किया गया है। कई जगह पर साम्पद्रायिक भावनाओं को भड़काने वाले संवाद है। इस सीरीज की मंशा एक समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है। लिहाजा इस सीरीज के निर्माता-निर्देशक व लेखक और अमेजन प्राइम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना जरूरी है।
इस मामले में आईपीसी की धारा 153-ए, 295, 505 एक बी, 505 टू, 469,आईअी एक्ट 66, 66 एफ, 67 के तहत मुकदमा लिखा गया है। इस मामले में बीजेपी प्रवक्ता और मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट करके कहा था, 'जन भावनाओं के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वेब सीरीज की आड़ में नफरत फैलाने वाली वेब सीरीज तांडव की पूरी टीम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने लिखा इस टीम को धार्मिक भावनाओं को आहत करने की कीमत तो चुकानी ही पड़ेगी।