BMC chunav:हमरे बलमा बेईमान हमें पटियाने आए है..उत्तर भारतीयों को रिझाने की कवायद शुरू
देवेन्द्र फडणवीस करेंगे मुंबई में 100 चौपालों का आयोजन
मुंबई। जैसे ही मुंबई में कोई चुनाव आता है, तो नेताओं को उत्तर भारतीयों की याद आ जाती है और खुद को उत्तर भारतीयों का शुभचिंतक बताना शुरू कर देते हैं। मनपा पर कब्जा जमाने के लिए इन दिनों सियासी दलों ने उत्तर भारतीयों को अपनी तरफ रिझाने का काम शुरू कर दिया है। ऐसे में एक फिल्म का गाना यहां बिल्कुल सटीक बैठता है। हमरे बलमा बड़े बेईमान हमें पटियाने आए है...महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने सोमवार से चौपाल अभियान की शुरुआत की है। दिंडोशी में पहली चौपाल में देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि मनपा की सत्ता में बैठी शिवसेना मुंबई को नोंच-नोंचकर खा रही हैं। इन्हें रोकना होगा। बीएमसी की एसटीपी परियोजना में 20,000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार करने जा रही है, उसे हम होने नहीं देंगे। यह चौपाल मुंबई के गली-मुहल्लों तक जाएगी और परिवर्तन लाएगी। फडणवीस ऐसी 100 चौपालों का आयोजन मुंबई और उसके आसपास इलाकों में करेंगे। फडणवीस ने कहा,'बीएमसी में करफ्शन चरम पर है।
वहीं सपा विधायक अबू आसिम आजमी का कहना है कि उनका लक्ष्य आजमगढ़, गोंडा, बस्ती, बलरामपुर, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, जौनपुर सहित यूपी के 75 जिलों के लोगों की 75 बैठक आयोजित करने की है। मुंबई का उत्तर भारतीय समाज किसी जमाने में कांग्रेस का कोर वोट बैंक हुआ करता था। कृपाशंकर सिंह, नसीम खान और संजय निरुपम जैसे नेताओं के माध्यम से कांग्रेस उत्तर भारतीयों को साधने में सफल रहती थी। पर कृपाशंकर सिंह कांग्रेस में नहीं है।
संजय निरुपम शांत बैठे हैं और नसीम खान की राजनीतिक जमीन खिंसकी हुई है। कृपाशंकर सिंह अपने परिश्रम संकल्प यात्रा में लगातार कह रहे हैं कि मुंबई की 227 में से 105 सीटों पर उत्तर भारतीय समाज निर्णायक भूमिका में है। यदि उत्तर भारतीय समाज एकजुट हो जाता है, तो मुंबई का अगला महापौर उत्तर भारतीय समाज का कोई नगरसेवक बनेगा।