अब मेजर ध्यानचंद के नाम से दिया जाएगा खेल रत्न अवॉर्ड, पीएम मोदी ने ट्वीट कर कही ये बात
मुंबई : भारत में दिए जाने वाले खेल रत्न अवॉर्ड का नाम बदल दिया गया है। अब इस अवॉर्ड को हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया है।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि नागरिक काफी समय से इस बात की मांग कर रहे थे। जिसके बाद से यह फैसला लिया गया है। इस ऐलान के बाद से अब पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड के नाम से जाना जाएगा।
बता दें कि एक दिन पहले ही टोक्यो में चल रहे ओलंपिक्स 2020 में भारत ने जर्मनी को मात देकर कांस्य पदक जीता था। जिससे पूरा देश इस बड़ी जीत पर जश्न मना रहा है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी जानकारी
देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2021
जय हिंद!
इस बारे में पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है। जय हिंद!'
वहीं पीएम मोदी ने एक ओर ट्वीट किया और लिखा कि, 'ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं। खासकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है, जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।'
मेजर ध्यानचंद को हॉकी का 'जादूगर' कहा जाता है उनका इस खेल में अविश्वसनीय योगदान रहा है। ध्यानचंद ने अपने आखिरी ओलंपिक मैच (बर्लिन 1936) में कुल 13 गोल दागे थे। इस तरह एम्स्टर्डम, लॉस एंजेलिस और बर्लिन ओलंपिक को मिलाकर ध्यानचंद ने कुल 39 गोल किए, जिससे उनके बेहतरीन प्रदर्शन का पता चलता है। और इसलिए उन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता है।
बता दें कि 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन होता है जिसे भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। हर साल इसी दिन खेल में बेहतर प्रदर्शन के लिए सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न के अलावा अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार भी दिए जाते हैं। इस अवॉर्ड की शुरुआत साल 1991-92 में की गई थी।
I have been getting many requests from citizens across India to name the Khel Ratna Award after Major Dhyan Chand. I thank them for their views.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 6, 2021
Respecting their sentiment, the Khel Ratna Award will hereby be called the Major Dhyan Chand Khel Ratna Award!
Jai Hind! pic.twitter.com/zbStlMNHdq