Mumbai:मेरे बूढ़े पति को किसी मरे हुए जानवर की तरह बाहर निकाला,माधुरी ने सुनाई आपबीती
मुंबई.भांडुप के एक मॉल में सनराइज हॉस्पिटल में आग लगने से कोरोना से संक्रमित 10 मरीजों की मौत हो गई. इस आग से मुश्किल से जान बचाकर बाहर निकलने वाली एक बुजुर्ग महिला ने अपनी आपबीती सुनाई. एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में माधुरी गोधवानी ने कहा, 'मेरे 78 साल के पति हॉस्पिटल में भर्ती थे. मैं पिछली रात को कभी नहीं भूल सकती. मुझे अपने पति को एक अंधेरी गली से किसी मरे हुए जानवरों की तरह खींचकर बाहर निकालना पड़ा। जब हॉस्पिटल में आग लगी उस वक्त उनके पति चेतन को ऑक्सिजन सपोर्ट पर रखा गया था.
उसी समय एक वार्ड ब्यॉय ने उन्हें वहां से भागने के लिए कहा. रूम में हर तरफ धुंआ भर गया था. ऐसे में जब लगा कि उन्हें बचाने के लिए कोई नहीं आएगा तो उन्होंने खुद अपने पति को रूम से बाहर की तरफ खींचना शुरू किया. 'मुझे रूम के बाहर एक महिला मिली जो दो बुजुर्गों को बाहर निकाल रही थी. मैं अपने पति के साथ इनके पीछे चलने लगी. उस वक्त पावर बैकअप पर लिफ्ट काम कर रह था. पहली मंजिल तक हमलोग लिफ्ट से गए. इसके बाद सीढ़ियों से ग्राउंड फ्लोर पर आ गए. मनपा ने एक बयान में कहा कि अस्पताल में सभी 10 मरीजों की मौत आग लगने के बाद दम घुटने से हुई जबकि आग लगने की घटना से पहले ही कोरोना वायरस की वजह से दो मरीजों की मौत हो चुकी थी. हालांकि, अस्पताल का दावा है कि आग लगने की घटना के कारण मरीजों की मौत नहीं हुई।