Cricket:भारतीय क्रिकेट में मुंबई-दिल्ली का बोलबाला हुआ कम,छोटे शहरों ने दिखाया दम

Update: 2021-02-24 03:00 GMT

फाइल photo

IPL नीलामी में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर के बेटे अर्जुन तेंडुलकर को मुंबई इंडियंस ने अपने साथ जोड़ा. उन्हें उनके बेस प्राइस 20 लाख रुपये में खरीद लिया. अर्जुन के मुंबई से जुड़ने के बाद से सोशल मीडिया पर भाई-भतीजावाद को लेकर बहस शुरू हो गयी.यह सही है कि सचिन तेंडुलकर के बेटे होने की वजह से उस पर हमेशा दबाव बना रहेगा, लेकिन सौभाग्य से वह एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि गेंदबाज है. वह अभी युवा है और हमें उसे समय देना होगा. उस पर बहुत अधिक दबाव न डालें और उन्हें निखरने का मौका दें. एक दौर था भारतीय क्रिकेट टीम में मुंबई और दिल्ली के खिलाड़ियों का ही बोलबाला था.कपिल देव से यह परंपरा बदली और धौनी के पदार्पण के बाद तो भारतीय क्रिकेट टीम का पूरा चरित्र ही बदल गया.

झारखंड से निकले इस क्रिकेटर ने तीनों फॉर्मेट में न केवल टीम का सफल नेतृत्व किया, बल्कि छोटी जगहों के खिलाड़ियों के लिए टीम में आने का रास्ता भी खोला.बड़ी बात यह है कि अबकी बार छोटे शहरों आजमगढ़ निवासी सरफराज खान और प्रवीण दुबे, गाजीपुर के सूर्य कुमार यादव और भदोही के यशस्वी जायसवाल के साथ शिवम दुबे आइपीएल खेलेंगे. यशस्वी जायसवाल बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता भूपेंद्र जायसवाल यूपी के भदोही जिले के सुरियावां में पेंट की दुकान चलाते हैं. यशस्वी राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हैं. आजमगढ़ जिले के सगड़ी तहसील के बासूपार गांव के रहने वाले सरफराज खान को 2015 में आरसीबी ने 50 लाख रुपये में खरीद कर टीम में शामिल किया था. 2019 में रॉयल चैंलेजर बेंगलुरु ने उन्हें रिलीज कर दिया और किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें टीम का हिस्सा बना लिया.इस बार पंजाब की टीम ने कई खिलाड़ियों को रिलीज किया है,

आजमगढ़ जिले के ही प्रवीण दुबे दिल्ली कैपिटल की ओर से आइपीएल खेलेंगे. वे तीन बार आइपीएल खेल चुके हैं और दिल्ली कैपिटल ने उन्हें टीम में बरकरार रखा है. 2017 में घुटने में चोट के कारण उन्होंने आइपीएल से नाम वापस ले लिया था. सर्जरी कराने के बाद उन्होंने वापसी की और दिल्ली की टीम ने उन्हें अपने साथ ले लिया.भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाने वाले कई खिलाड़ी बहुत मामूली पृष्ठभूमि से आते हैं. उन्होंने ही भारतीय क्रिकेट को नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. उन्होंने अंडर 19 विश्व कप में कमाल दिखाया था  एक और चर्चित खिलाड़ी टी नटराजन तमिलनाडु के सलेम जिले से हैं. उनके पिता दिहाड़ी मजदूर हैं. वह अभ्यास के लिए रोजाना लंबा सफर तय कर लोकल ट्रेन से चेन्नई जाते थे. ब्रिसबेन में उन्होंने अपने पहले ही मैच में गेंदबाजी से दमखम दिखा दिया. ऑस्ट्रेलिया में कमाल दिखाने वाले शार्दूल ठाकुर मुंबई से 85 किमी दूर पालघर में रहते हैं. वह मुंबई रोजाना अभ्यास के लिए जाते हैं।

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