मुंबई छठ पूजा: केलवा जे फरेले घवद से वोह पर सुगा मड़राए...

भगवान सूर्य को व्रतियों ने दिया पहला अर्घ्य, सुबह दूसरा अर्घ्य

Update: 2020-11-20 14:16 GMT

मुंबई। लोक आस्था के महापर्व छठ के मौके पर शुक्रवार की शाम व्रतियों ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य प्रदान किया। शनिवार की सुबह उगते सूर्य को दूसरा अर्घ्य देने के साथ छठ पर्व का चार दिनी अनुष्ठान संपन्न होगा। इसके बाद व्रतियां पारण कर ठेकुआ का प्रसाद बांटेंगी। शुक्रवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित करने के लिए उत्तर भारतीय संघ, जय भवानी मित्र मंडल की ओर से कुर्ला ईस्ट वत्सलाताई नाईक नगर जय भवानी मंदिर के पास कृत्रिम तालाब बनाया गया जहां पर महिलाओं ने छठ पूजा किया। इस बार मुंबई में छठ पूजा तालाबों पर करने का परमीशन न मिलने पर यूपी-बिहार की महिलाओं ने घरों में पूजा किया। इसी तर्ज मंदिर के पास महिलाओं ने पूजा किया।



 


मुंबई में भी ठेकुआ की खुशबू गमकी

कोरोना संक्रमण से बचने तथा प्रशासन की अपील पर लाखों व्रतियों ने अपने घरों की छतों पर ही सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया। शहर का माहौल पूरी तरह से भक्तिमय दिखा। व्रती पारंपरिक छठ गीतों मारबऊ रे सुगवा धनुष से, चलआ छठी माई के घाट, हे छठि माई, हे छठि माई, हम हई इहां परेदेश में, आईल छठि के बरत... केरे उठाई माथे सुपवा, दउरवा, केरे करत घाट भराई...पटना के घाट पर हमहं अरगिया देबई हे छठी मइया... कांच के बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए..होख न सुरुजदेव सहाय ..बहंगी घाट पहुंचाए..बाबा कांचे कांचे बंसवा कटाई दीह फरा फराई दीह..पटना के घटवा पर बाजे बजनवा..केलवा जे फरेले घवद से वोह पर सुगा मड़राए जैसे गीत गाए। शनिवार को छठी मइया को ठेकुआ का प्रसाद चढ़ाया जाता है। ऐसे में शुक्रवार की सुबह से मिट्टी के चूल्हे और आम की लकड़ी जलाकर व्रतियों द्वारा घर-घर में ठेकुआ का प्रसाद बनाया गया। देसी घी में ठेकुआ बनाने के चलते मुंबई में भी ठेकुआ की खुशबू गमक रही थी।



 


नदी और तालाब किनारे छठ पूजा करने पर रोक

गौरतलब है कि बीएमसी ने मुंबई में समुद्र तट, नदी और तालाब किनारे छठ पूजा करने पर रोक लगा दी है। शहर के प्राकृतिक जलाशयों के किनारे बड़े पैमाने पर छठ पूजा करने पर रोक लगाने संबंधी आदेश मंगलवार को जारी किए गए। निकाय संस्था ने इसके साथ ही श्रद्धालुओं से भीड़भाड़ से बचने का आह्वान भी किया। बीएमसी ने पुलिस से भी कहा है कि वो सार्वजनिक जगहों पर भीड़ को इकट्ठा होने से रोके। हालांकि भक्तों को कृत्रिम तालाबों में छठ पूजा करने की इजाजत है, लेकिन इसे लेकर भी सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।कोरोना के मद्देनजर इस बार रोक लगाई गई है। सूर्य देवता को समर्पित छठ पर्व शुक्रवार और शनिवार को मनाया जाएगा। बीएमसी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि बड़े पैमाने पर छठ पूजा आयोजित करने पर रोक लगाई गई है, क्योंकि समुद्र तट और नदी किनारे बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने पर कोविड-19 महामारी से बचने के लिए जरूरी शारीरिक दूरी का पालन कराने में कठिनाई होगी। 

पुलिस द्वारा वर्ली में छठव्रतियों के साथ हुए दुर्व्यवहार की तीव्र भर्त्सना

मुंबई बीजेपी के उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र ने पुलिस द्वारा वर्ली में छठव्रतियों के साथ हुए दुर्व्यवहार की तीव्र भर्त्सना की है। वर्ली के जम्भुरि मैदान में इंसानियत फाऊंडेशन द्वारा किये जा रहे छठ पूजा पर पुलिस ने कार्रवाई की और सूर्यास्त को अर्घ्य देते छठव्रतियों को पुलिस ने जलाशय जबरन निकाला। मामला बढ्ने पर मुंबई बीजेपी के उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र तत्काल वहाँ पहुंचे। स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता इन छठव्रतियों को सहयोग कर रहे थे। वर्ली पुलिस ठाणे के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बात मानने को तैयार नहीं थे। श्री मिश्र ने कहा कि मनपा ने जब परिपत्र्क निकाला है कि परमिशन लेकर आयोजन किया जा सकता है। तब वर्ली में विधायक व पर्यटन मंत्री के इशारे पर बिहारी समाज से दुर्व्यवहार क्यों किया गया। श्री मिश्र ने डीसीपी परमवीर सिंह दहिया से बात की तब जाकर मामला शांत हुआ और छठव्रतियों को सुबह का अर्घ्य देने के लिए पुलिस ने अनुमति दी। 

Full View
Tags:    

Similar News