भोपाल. मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों के लिए उपचुनाव में मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ कई क्षेत्रीय दल और निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं. राज्य निर्वाचन आयोग ने इन दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न का आवंटन कर दिया. आयोग ने जो चुनाव चिह्न आवंटित किए हैं, उसके बाद सियासी मैदान में अजब-गजब चिह्नों के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा.
कांग्रेस के 'हाथ', बीजेपी के 'कमल', सपा की 'साइकिल' और बसपा के 'हाथी' चुनाव चिह्न के अलावा सियासी रण में 'अंगूर', 'सेब', 'चाबी' और 'झूला' जैसे सिंबलों के बीच मुकाबला होने वाला है.राज्य निर्वाचन कार्यालय की ओर से जिन क्षेत्रीय दलों को चुनाव चिह्न का आवंटन किया गया है, उनमें सपाक्स, समता पार्टी, अखिल भारतीय आरक्षित समाज पार्टी जैसे दल शामिल हैं. वहीं चुनाव मैदान में उतरने वाले निर्दलीयों को भी आयोग ने सिंबल बांट दिए हैं. उपचुनाव में सपाक्स पार्टी को 'झूला' छाप चुनाव चिह्न दिया गया है. चुनाव मैदान में उतरे निर्दलीय उम्मीदवारों में किसी को 'सेब' तो किसी को 'अंगूर' छाप मिले हैं. वहीं, कुछ लोगों को 'आलमारी' और 'चाबी' का निशान भी दिया गया है।
एयरकंडिशनर, ऑटो रिक्शा, हीरा जैसे चुनावी सिंबल भी दिए गए हैं.राज्य निर्वाचन आयोग ने विधानसभा उपचुनाव में मुख्यधारा की पार्टियों को भी चुनाव चिह्न आवंटन का काम पूरा कर लिया है. समता विकास पार्टी को गैस सिलेंडर, अखिल भारतीय आरक्षित समाज पार्टी को एयर कंडीशनर, राष्ट्रीय जन आवास पार्टी को हीरा, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को आरी, वंचित बहुजन आघाडी पार्टी को ऑटो रिक्शा, सपाक्स पार्टी को झूला, निर्दलीयों को चाबी, आलमारी, अंगूर, सेब जैसे चुनाव चिह्न आवंटित किए गए हैं.