Mohammed Rafi Birthday: ऐ मोहब्बत जिंदाबाद...यह गाना बहुत ही स्पेशल है

Update: 2020-12-24 09:28 GMT

मुंबई। मोहम्मद रफी का 24 दिसंबर 1924 को पंजाब के एक गांव कोटला सुल्तान सिंह में उनका जन्म हुआ था। वहीं, रफी साहब 31 जुलाई 1980 को इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह कर चले गए थे। बचपन से ही संगीत के शौकीन रफी ने अपनी संगीत शिक्षा उस्ताद अब्दुल वाहिद खान से ली। अक्सर अपने बड़े भाई की दुकान पर गाकर लोगों की प्रशंसा जीतने वाले रफी ने पहली बार लाहौर के आकाशवाणी पर गाना गाया था। उस समय के प्रख्यात गायक कुंदनलाल सहगल ने स्टेज पर बिजली नहीं होने की वजह से गाने से मना कर दिया इस पर 13-वर्षीय मोहम्मद रफी को गाने का अवसर दिया गया।

उनके गाने को सुनकर हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध संगीतकार श्यामसुन्दर ने उन्हें बम्बई आने का न्योता दिया। इस तरह मोहम्मद रफी का फिल्मों में गाना गाने का सिलसिला शुरू हुआ। उनका पहला गीत एक पंजाबी फिल्म 'गुल बलोच' में था जबकि उन्होंने अपना पहला हिन्दी गीत संगीतकार नौशाद के लिए 'पहले आप' नाम की फिल्म में गाया। 'बैजू-बावरा' में प्लेबैक सिंगिंग करने के बाद रफी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1960 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'मुगल-ए-आजम' में रफी साहब का गाया हुआ गाना 'ऐ मोहब्बत जिंदाबाद' बहुत ही स्पेशल है। इस गाने में उनके साथ 100 दूसरे सिंगर्स ने भी काम किया था। रफी साहब अपने पूरी करियर में 23 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट हुए थे। उन्होंने ये अवॉर्ड 6 बार जीता था। 

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