स्पेशल डेस्क मैक्स महाराष्ट्र / नासिक- चांदवड तालुका में रायपुर के किसान शंकर कोल्हे ने चार एकड़ में तरबूज लगाया है क्योंकि प्याज की खेती से लाभ की जगह लागत नहीं आ रही है. जहां प्याज से आर्थिक नुकसान हुआ तो तरबूज से उन्हें बड़ा आर्थिक लाभ हुआ है।
किसान शंकर कोल्हे ने डेढ़ माह पूर्व ढाई लाख रुपए खर्च कर चार एकड़ में तरबूज की रोपाई की थी। किसान कोल्हे ने कहा कि 75 दिनों में उन्होंने उत्पादन शुरू कर दिया और रमजान के त्योहार के कारण उनके माल की कीमत 8 से 8.5 रुपये प्रति किलो हो गई। अब तक उनके 32 टन तरबूज व्यापारियों ने खरीदकर जम्मू कश्मीर, गुजरात, मुंबई के बाजार में बेचते हैं। किए गए खर्च को घटाने के बाद तरबूज की बची हुई खेती से उन्हें छह लाख का मुनाफा होगा। प्याज को बोने के बाद फसल आने में ढाई महीने का समय लगता है और फिलहाल प्याज की कोई कीमत नहीं है, लेकिन किसान ने कहा है कि तरबूज की खेती से उसे कुछ ही दिनों में फायदा हुआ है.