खुदा करे पाकिस्तान की बुराइयां,हिंदुस्तान के मुसलमानों में कभी न आए: गुलाम नबी आजाद
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद अपने विदाई भाषण के दौरान भावुक हो गए. गुलाम नबी आजाद ने कहा, "मैं उन खुशकिस्मत लोगों में से हूं जो पाकिस्तान कभी नहीं गया, पर जब मैं पढ़ता हूं वहां किस तरह के हालात हैं तो मुझे फख्र महसूस होता है कि हम हिंदुस्तानी मुसलमान हैं. विश्व में अगर किसी मुसलमान को गौरव होना चाहिए तो हिंदुस्तान के मुसलमानों को होना चाहिए।
पीएम नरेंद्र मोदी समेत अन्य दलों के नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के सदन में उनके कार्यकाल की सराहना करते हुए उन्हें भविष्य के लिएशु भकामनाएं दी. कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने भी सभी का शुक्रिया अदा करते हुए अपने राजनीतिक अनुभवों को कुछ किस्सों के जरिए सदन के साथ साझा किया.गुलाम नबी आजाद ने अपने विदाई वक्तव्य में कहा कि उन्होंने देशभक्ति महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और मौलाना आजाद को पढ़कर सीखी है.
गुलाम नबी ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और संजय गांधी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उनकी वजह से मैं यहां तक पहुंच पाया. इसके साथ ही गुलाम नबी ने बताया कि कश्मीर के हालात पहले कैसे हुआ करते थे और अब कितना बदलाव आ गया है.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पिछले 30-35 सालों में अफगानिस्तान से लेकर इराक तक, कुछ सालों पहले देखें तो मुस्लिम देश एक-दूसरे से लड़ाई करते हुए खत्म हो रहे हैं, वहां कोई हिंदू या ईसाई नहीं है, वो लोग आपस में ही लड़ रहे हैं. गुलाम नबी ने कहा कि पाकिस्तान के समाज में जो बुराइयां हैं, खुदा करे वो हमारे मुसलमानों में कभी न आए।