स्वर्गीय कांग्रेस सांसद अहमद पटेल क्या गुजरात दंगों के थे फायनेंसर!! बीजेपी और कांग्रेस में तीखी झड़प, आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी
मुंबई: पिछले महीने प्रधानमंत्री के गुजरात दंगों में क्लीन चिट पाने के दूसरे दिन मुंबई से गिरफ्तार हुई एनजीओ सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ की मुंबई से गुजरात एटीएस द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने के लिए किया गया था। बीजेपी विरोधी राजनीतिक पार्टियां, कुछ विचारधारा के लिए राजनीति में आए पत्रकार और सामाजिक संगठनों ने मिलकर आरोपों का इतना प्रचार इतना भ्रामक था कि लोग इनको ही सत्य मानने लगे। अदालत ने इस पर मामला दर्ज कर जांच का आदेश दिया था। 25 जून को उनको गुजरात एटीएस ने उनके मुंबई जुहू तारा रोड पर स्थित सीतलवाड़ बंगले से गिरफ्तार कर गुजरात लेकर गई थी ।
एसआईटी ने गंभीर आरोप लगाया है कि दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने गुजरात दंगों के मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी को परेशान करने में तीस्ता सीतलवाड़ की मदद की थी। ऐसी रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की गई है। लेकिन भाजपा ने आरोप लगाया कि अहमद पटेल केवल मोहरा था और सोनिया गांधी ने साजिश रची। तीस्ता सीतलवाड़ को 30 लाख रुपये की पहली किश्त दी गई, लेकिन बाद में उन्हें करोड़ों रुपये का भुगतान किया गया, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया। इसको लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कि गुजरात दंगों को लेकर भगवान शंकर की तरह प्रधानमंत्री ने आरोपों के चलते जहर पान किया था।
लेकिन बीजेपी के इस आरोप का कांग्रेस ने कड़ा जवाब दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि जब भी गुजरात चुनाव आता है तो बीजेपी और नरेंद्र मोदी मुसलमानों को निशाना बनाते हैं। साथ ही कांग्रेस ने यह सवाल भी उठाया है कि अगर मोदी सरकार ने काम किया है तो उसके आधार पर वोट क्यों नहीं मांग रही है, बीजेपी को हर बार साजिशों की जरूरत क्यों पडती है?