वाशिंगटन। जो बिडेन अब अमेरिका के 46 राष्ट्रपति होंगे. बिडेन अमेरिकी इतिहास में सबसे अधिक उम्र के पहले राष्ट्रपति चुने गये हैं. एजेंसी एपी के अनुसार बाइडेन को 273 इलेक्टोरल वोट मिले हैं जबकि जीत के लिए 270 इलेक्टोरल वोट की जरूरत थी. वहीं रिपब्लिक पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को 214 इलेक्टोरल वोट मिले हैं. पेनसिल्वेनिया ने बाइडेन की जीत को पक्का कर दिया क्योंकि यहां से 20 इलेक्टोरल वोट मिले.यह चुनाव भारतीयों के लिए भी गर्व करने की एक वजह दे गया है क्योंकि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र से ताल्लुक रखने वाली महिला कमला हैरिस दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति बनने जा रही है.
कमला की जीत के लिए दक्षिण भारत में उनके पैतृक गांव में लोगों ने मंदिरों में पूजा अर्चना भी की थी. डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने अपनी जीत से उत्साहित होकर सबसे पहले अमेरिकी जनता का आभार जताया. उन्होंने कहा कि मुझे आपने अपने देश का नेतृत्व करने के लिए चुना है. हमारे आगे का काम कठिन होगा. लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं की मैं सभी अमेरिकियों का राष्ट्रपति बनूंगा. चाहे आपने मुझे वोट दिया है या नहीं. आपने मुझपर जो विश्वास जताया है मैं उसपर खरा साबित होने की कोशिश करूंगा. उन्होंने कहा कि ''अमेरिका में जख्मों को भरने का समय' आ गया है.
बाइडेन और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच राष्ट्रपति पद के लिए हुआ मुकाबला विभाजनकारी और कड़वाहट भरा रहा. इस चुनाव में अमेरिकियों ने रिकॉर्ड संख्या में मतदान किया और बाइडेन को जिताया. उन्होंने कहा, ''यह अमेरिका में जख्मों को भरने का समय है.'' बाइडेन ने कहा, ''आप लोगों ने मुझमें जो भरोसा दिखाया, मैं उसके लिए आपका आभारी हूं. जबकि जीत के बाद कमला हैरिस ने ट्वीट कर कहा कि यह जीत अमेरिका की आत्मा और उसके लिए लड़ने की हमारी इच्छा की जीत है. हमें आगे बहुत काम है. आये शुरू करें. कमला हैरिस ने परिणामों की घोषणा के बाद देशवासियों को पहली बार संबोधित करते हुए कहा,'' जनता के पास बेहतर भविष्य के निर्माण की ताकत है।