मैं बुरी मां हूं बेटा मुझे कभी याद मत करना,बेटे से लिपटकर फफक कर रोने लगी शबनम

Update: 2021-02-19 01:30 GMT

फाइल photo

लखनऊ। पहली बार फांसी की सजा पाने वाली महिला शबनम का डेथ वारंट अभी तक नहीं आया है, वह कभी भी आ सकता है. शबनम के साथ उसके प्रेमी सलीम को भी फांसी की सजा सुनाई गयी है. अब सवाल यह है कि इनके बाद इनके बेटे का क्या होगा. क्योंकि शबनम के बेटे ताज ने राष्ट्रपति से अपनी मां की फांसी की सजा को माफ करने की मांग की है. शबनम ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर साल 2008 में अपने परिवार के सात लोगों की टांगी से काटकर बेरहमी से हत्या कर दी थी. जिसमें उसका 10 माह का भतीजा भी शामिल था.

अमरोहा की रहनेवाली शबनम को मथुरा जेल में फांसी की सजा दी जायेगी. पर शबनम के बेटे ने अपने मां को माफ करने की गुहार लगाई है. राष्ट्रपति अंकल मेरी मां को माफ कर दो. ताज का जन्म 13 दिसंबर 2008 को हुआ था. शबनम का बेटा ताज बुलंदशहर के सुशील विहार कॉलोनी में रहने वाले उस्मान सैफी के पास रहता है. कुछ दिन पहले ही उस्मान सैफी ताज को जेल में बंद उसकी मां शबनम से मिलाने के लिए उसे रामपुर जेल ले गये थे. उस्मान सैफी के मुताबिक जब शबनम ने अपने बेटे को देखा तो वो फफक कर रोने लगी और काफी देर तक अपने बेटे ताज से लिपटी रही. साथ ही वह अपने बेटे को बार बार चुम रही थी. शबनम बार बार अपने बेटे से कह रही थी कि पढ़ लिख कर अच्छा इंसान बनना, मैं बुरी मां हूं मुझे कभी याद मत करना।

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