चेन्नई। दक्षिण के सुपर स्टार रजनीकांत ने खराब सेहत की वजह से चुनावी राजनीति में नहीं आने का फैसला किया है। उन्होंने मंगलवार को तमिल में लिखी एक चिट्ठी जारी कर कहा कि वे चुनाव में उतरे बिना ही लोगों की बाहर से सेवा करेंगे। रजनी ने कहा कि वे खराब सेहत के बावजूद राजनीति में आने का ऐलान कर वीरता नहीं दिखाना चाहते। अपने समर्थकों को भी परेशान नहीं करना चाहते। साथ ही कहा- इस फैसले से फैन्स को निराशा होगी, लेकिन मुझे माफ कर दीजिए।
रजनीकांत 25 दिसंबर को ब्लड प्रेशर में हो रहे उतार-चढ़ाव और थकान महसूस होने के बाद हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती हुए थे। दो दिन बाद उन्हें छुट्टी दी गई। डॉक्टर्स ने रजनी को एक सप्ताह तक बेड रेस्ट, कम से कम फिजिकल एक्टिविटीज और कोरोना से बचे रहने की सलाह दी थी। 3 दिसंबर को रजनीकांत ने कहा था कि वे नई पार्टी बनाएंगे और 2021 का विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे। 31 दिसंबर को नई पार्टी का ऐलान किया जाएगा।
रजनीकांत ने पिछले साल एक्टर कमल हासन के साथ गठबंधन करने की बात कही थी। तब रजनीकांत ने कहा था कि राज्य की जनता के हितों को देखते हुए यदि कमल हासन के साथ गठबंधन करने की स्थिति बनती है, तो वे जरूर एक-दूसरे के साथ आएंगे। रजनीकांत अगर चुनाव में उतरते तो वे राजनीति में एंट्री करने वाले साउथ की फिल्मों के 8वें दिग्गज होते।