प्रिंसिपल वंदना अरोरा के हाथों झंडावंदन

Update: 2020-08-17 09:17 GMT

मुंबई। 15 अगस्त 1947 को भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली। उस दिन को कभी नहीं भूलाया नहीं जा सकता । जिस समय अंग्रेजों ने भारत देश को गुलाम बना रखा था, उस समय एक व्याकुलता मन में रहती थी। देशवासियों ने आजादी के लिए लगातार प्रयास किया। आजादी की लड़ाई में युवाओं की अहम भूमिका रही। अंग्रेजी शासन के विरुद्ध आंदोलन में जाने से वे रोक नहीं पाए और लगातार आंदोलन में शामिल रहे।

हम गर्व से आज 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। झंडावदन करते समय प्रिंसिपल वंदना अरोरा ने अपने विचार व्यक्त किए। चांदिवली साकी विहार अंधेरी नाहर इंटरनेशनल स्कूल में 74 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह बहुत ही सादगी तरीके से मनाया गया। इस दौरान यहां पर वास्तव में एक अनूठा अनुकूल एकजुटता का माहौल दिखाई दे रहा था।

इस मुश्किल समय में एनआईएस के छात्र संगठनों ने इस समारोह का आयोजन किया और प्रिंसिपल वंदना अरोरा ने झंडा वंदन किया। इस समारोह में सबकी एकता राष्ट्र के प्रति एक झांकी दिखाई दे रही थी। प्रिंसिपल वंदना अरोरा ने जिस तरह उत्साह के साथ झंडावंदन कर संबोधित किया वह काबिलेतारीफ था। वंदना अरोड़ा के नेतृत्व में यह स्कूल बुलंदियों पर है। अच्छी वक्ता अच्छा अनुशासन के रूप में प्रिंसिपल वंदना अरोरा को जाना जाता है।

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