पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने पहली रैली की। रैली में दोनों नेताओं ने देश के कुछ मुद्दों पर अपने-अपने हिसाब से बातें कहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के मुद्दे पर सीधी कोई बात नहीं की। उन्होंने इस मुद्दे को भावनात्मक बनाकर छेड़ा। पीएम मोदी ने कहा कि गलवान घाटी में बिहार के जवानों ने शहीद हो गए लेकिन तिरंगा को झुकने नहीं दिया। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के जो सैनिक शहीद हुए हैं हम उनके सामने अपना सिर झुकाते हैं। मगर सवाल ये नहीं है, जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए उस दिन हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री ने क्या कहा और क्या किया सवाल ये है।
लद्दाख में यूपी, बिहार और अन्य प्रदेश के युवा देश की सुरक्षा करते हैं। बेरोजगारी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे तौर से कुछ नहीं कहा। पीएम मोदी ने बस इतना कहा कि अब बिहार में अच्छा जीवन जीने का माहौल है। वहीं राहुल गांधी ने कहा कि पिछले चुनाव में पीएम मोदी ने वादा किया था कि दो करोड़ युवाओं को रोजगार दूंगा, लेकिन किसी को मिला क्या? पीएम मोदी ने रैली में कहा कि देश ने किसानों को बिचौलियों और दलालों से मुक्ति दिलाने का फैसला लिया तो ये बिचौलियों और दलालों के पक्ष में खुलकर मैदान में हैं। उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य तो बहाना है, असल में दलालों और बिचौलियों को बचाना है।' राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि वह किसानों, मजदूरों और छोटे व्यापरियों के सामने सिर झुकाता हूं, लेकिन घर जाते हैं तो अंबानी और अडाणी का काम करते हैं।
भाषण आपके सामने देंगे, सिर झुकाएंगे आपके सामने लेकिन जब काम करने का समय आएगा तो अंबानी अडाणी का करेंगे। जब देश में नोटबंदी हुई तो आम लोग बारिश, धूप में बैंक की लाइनों में लगे। लोगों ने पैसे बैंक में डाला और वह पैसा हिन्दुस्तान के सबसे अमीर लोगों की जेब में चला गया। क्या अंबानी अडाणी बैंक के सामने लाइन में दिखे। आपका पैसा लिया और अंबानी अडाणी का कर्जा माफ किया। हमारी सरकार थी तो हमने 70 हजार करोड़ रुपये किसानों का माफ किया। पंजाब और मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में हमने किसानों का कर्ज माफ किया। उसके बाद जीएसटी लाए और छोटे व्यापारियों को खत्म कर दिया। ये मोदी अंबानी अडाणी के लिए रास्ता साफ कर रहा है।