मुंबई : पिछले कई दिनों से चर्चा मे रहने वाले विवादास्पद एनसीबी संभागीय निदेशक समीर वानखेड़े को आखिरकार डीआरआई विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया है। एनसीबी में वानखेड़े का कार्यकाल समाप्त हो गया है। इसलिए उन्हें उनके पिछले विभाग डीआरआई राजस्व खुफिया निदेशालय (डायरेक्टरेट ऑफ रेव्हेन्यू इंटेलिजन्स) भेज दिया गया है।
2008 से 2021 तक समीर वानखेडे का कार्यकाल
2008 से 2021 तक, वानखेड़े ने एयर इंटेलिजेंस यूनिट (एआईयू) के उपायुक्त, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अतिरिक्त एसपी, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के संयुक्त आयुक्त और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के मंडल निदेशक के रूप में कार्य किया। वानखेड़े को 2020 में एनसीबी में स्थानांतरित कर दिया गया था। एनसीबी में वानखेडे को रखने के लिए लॉबिंग जारी है ऐसा आरोप राकांपा नेता नवाब मलिक द्वारा भी लगाया गया था हालांकि, वानखेड़े का ट्रांसफर किए जाने अब कोई प्रतिक्रिया नही आई है फर्जी जाति दस्तावेज जमा कर वानखेड़े को नौकरी मिली है नवाब मलिक द्वारा ऐसा आरोप भी किया था उन्होंने अपना धर्म छुपाया। हालांकि वानखेड़े ने सभी आरोपों से इनकार किया।
आर्यन खान मामला पड़ा भारी
समीर वानखेड़े ने कॉर्डेलिया क्रूज पर एक पार्टी में छापा मारा और शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और आठ अन्य को गिरफ्तार किया था। आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद बड़ा विवाद हुआ था। महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया था कि आर्यन खान मामला जालसाजी और फिरौती का मामला है। आर्यन खान मामले में गवाहों को लेकर भी विवाद छिड़ गया था। इसके बाद से ही महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है.
कई दिग्गजों पर कार्रवाई
2013 में समीर वानखेड़े ने सिंगर मीका सिंह को मुंबई एयरपोर्ट पर विदेशी करेंसी के साथ पकड़ा था. उन्होंने अनुराग कश्यप, विवेक ओबेरॉय और राम गोपाल वर्मा समेत कई बॉलीवुड हस्तियों की संपत्तियों पर छापा मारा है। 2011 में गोल्ड प्लेटेड क्रिकेट विश्व कप ट्रॉफी को भी सीमा शुल्क का भुगतान करने के बाद ही मुंबई हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति दी गई थी। इसलिए उनके नाम का डर बना हुआ। हालांकि, आर्यन केस ने इन सभी तस्वीरों को बदल कर रख दिया।