इजराइल-हमास के बीच जंग : जानें- विवाद की वजह, क्या है भारत का स्टैंड?

Update: 2021-05-18 03:30 GMT

मुंबई :इजराइल और हमास के बीच पिछले 7 दिनों से जंग जारी है। इस जंग में अब तक 126 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें 31 बच्चे भी शामिल हैं। जबकि इस हमले में 950 से ज्यादा लोग घायल हैं। मरने वालों में 9 इजराइली और बाकी फिलिस्तीनी हैं। जंग के 7 दिनों बाद इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने फिलिस्तीन के साथ जारी संघर्ष के लिए हमास (इजराइल इसे आतंकी संगठन मानता है) को दोषी ठहराया।

नेतन्याहू ने शनिवार को देश को संबोधित करते हुए कहा, ''जब तक हम अंजाम तक नहीं पहुंचते, तब तक गाजा के खिलाफ हमारी जवाबी कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई आतंक खिलाफ है। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि इससे नागरिकों की जान खतरे में न पड़े।

नेतन्याहू के इस बयान से इतना तो साफ समझ आ रह है कि फिलहाल इस जंग का अंत होता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में सबके मन में एक सवाल है कि इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग की क्या वजह है? जो जानना सबके लिए बेहद जरूरी भी है। क्योंकि ये जंग सिर्फ इजराइल और फिलिस्तीन के बीच की ही नहीं है बल्कि ये जंग उन मसूमों की भी है जो इस हमले में मारे जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं क्या है इजराइल और हमास के बीच के विवाद की जड़?

वर्षों पुराना विवाद है इजराइल और फिलिस्तीन के बीच

दरअसल, जेरूसलम में 35 एकड़ में फैली अल-अक्सा मस्जिद आज से नहीं बल्कि सदियों से यहूदी - ईसाई और मुसलमानों के लिए विवाद का केंद्र रही है। चूंकि, तीनों ही धर्मों के लिए ये जगह खास अहमियत रखती है। मुसलमानों के लिए मस्जिद अल- अक्सा, मक्का- मदीना के बाद तीसरी सबसे पवित्र जगह है। इसको किलबिला- ए -अव्वल के नाम से भी पुकारा जाता है। इस जगह को हजरत मोहम्मद के मेराज यानी स्वर्ग जाने से जोड़कर देखा जाता है। इस वक्त जो जंग चल रही है वो है इजराइल राष्ट्र और फिलिस्तीन के गाजा शहर के हमास संगठन के बीच। हमास को इजराइल आतंकी संगठन मानता है।

यहां सवाल ये है कि इस मस्जिद पर यहूदी कब्जा क्यों करना चाहते हैं

दरअसल, यहूदियों का मानना है कि मस्जिद अल- अक्सा ही वो जगह है, जहां इजराइल बनाने वाले हजरत सुलेमान का जन्म हुआ था। यही उनका भी धार्मिक स्थल है। हालांकि, यहूदी कानून और इजराइल कैबिनेट के फैसले के अनुसार, इससे लगी एक वैस्टर्न वॉल उनके उस मंदिर का आखिरी अवशेष है। जो पैगंबर मूसा ने बनवाया था, अब बात करते हैं ईसाइयों की तो इनके लिए भी ये मस्जिद बहुत खास है, ऐसा कहा जाता है मस्जिद अल- अक्सा की 35 एकड़ जमीन के एक भाग पर हज़रत ईशा यानी इशामसी को सूली पर चढ़ाया गया था। इसलिए ये स्थान ईशाइयों के लिए भी उतनी ही अहम है।

इसका मतलब साफ है कि तीनों धर्मों के विवाद की वजह मस्जिद अल- अक्सा की 35 एकड़ की जमीन है। इस विवाद को एक बार यूएन में सुलझाने की कोशिश की गई थी, समझौते के मुताबिक इस जगह का मैनेजमैंट पड़ोसी देश जॉर्डन को दे दिया गया था, ताकि कोई विवाद न हो, इसके बावजूद विवाद खत्म नहीं हुआ। इसका कारण है फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास का आतंकी रवैया।

आपको याद दिला दें पिछले दिनों रमजान महीने में फिलिस्तीन मुस्लिम जब अल- अक्सा मस्जिद में नवाज पढ़ने गए, उस दौरान इजराइली सुरक्षाबलों के साथ इनकी हिंसक झड़पें हुईं। इसके बाद विवाद इतना बढ़ गय़ा कि हमास ने इजराइल हवाई हमले करने शुरू कर दिए। इतना ही नहीं इस आतंकी संगठन ने इजराइल के कब्जे वाले गाजा पट्टी पर कई खतरनाक रॉकेट दागे, लेकिन इजराइल ने एंटी मिसाइल सिस्टम के जरिए फिलिस्तीन की ओर से आने वाले रॉकेट को टारगेट से पहले ही मार गिराया, जिसमें फिलिस्तीन में भारी तबाही हुई है। हालांकि , इजराइल को भी इस हमले में काफी नुकसान हुआ है। लेकिन फिलिस्तीन में अपेक्षाकृत अधिक नुकसान की खबरें है।

इजराइल ने बीते रोज शनिवार को भी हवाई हमला किया, जिसमें गाजा स्थित 12 मंजिला इमारत ध्वस्त हो गई, जिसें यूएस एसोसिएटेड प्रेस और कतर का अल जजीरा मीडिया हाउल का दफ्तर था इजराइल सेना ने कहा कि उसने हमास के दफ्तर को निशाना बनाया था, हमले से पहले ही इमारत के लोगों को बाहर निकल जाने की चेतावनी दे दी थी। एसोसिएटेड प्रेस और अल जजीरा दोनों ने इसकी कड़ी निंदा की है। वहीं, एक टीवी भाषण में इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने फिर दोहराया कि हम पर हमला करने वालों को करारा जवाब दिया जाएगा। हमारा ऑपरेशन अभी जारी है और जब तक जरूरी होगा ये जारी रहेगा।

इजरायल और फिलिस्तीन में बढ़ते तनाव के बीच भारत की प्रतिक्रिया-

इजरायल और फिलिस्तीन में बढ़ते तनाव के बीच भारत ने बयान जारी किया है. भारत ने सभी हिंसक गतिविधियों, खासकर गाजा से किए गए रॉकेट हमलों की निंदा की है। इसके साथ ही हिंसा पर रोक लगाने की जरूरत पर जोर दिया है। संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी. एस. तिरुमूर्ति ने बुधवार को ट्वीट किया कि पूर्वी यरुशलम में इस तनाव के मुद्दे पर हुई संयुक्त राष सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में उन्होंने कहा कि भारत सभी तरह की हिंसक गतिविधियों, खासकर गाजा से किए गए रॉकेट हमलों की निंदा करता है।

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