सरकार से 29 को बातचीत करेंगे किसान, अकाली दल के बाद हनुमान ने भी NDA से नाता तोड़ा
नई दिल्ली। नए कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन पर बैठे किसानों ने सरकार से फिर से बातचीत शुरू करने का फैसला किया है। शनिवार को किसान नेताओं की बैठक के बाद भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा कि किसान नेताओं ने सरकार के साथ बातचीत फिर से शुरू करने का फैसला किया है। सरकार से बातचीत के लिए 29 दिसंबर को सुबह 11 बजे बैठक का प्रस्ताव भेजा गया है।
किसान नेताओं ने केंद्र सरकार को अपनी ओर से बैठक का एजेंडा भी भेजे हैं जिस पर वो बातचीत करना चाहते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने, MSP के लिए कानूनी गारंटी सरकार के साथ बातचीत का एजेंडा होना चाहिए। बता दें कि सरकार भी किसानों से कई बार अपील कर चुकी है कि वे आंदोलन का रास्ता छोड़े और बातचीत शुरू करें। बिच में किसानों से सरकार की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को ठुकराते हुए कहा था कि वो आग से न खेले और आंदोलन को हल्के में न लें।
कृषि कानूनों के विरोध में एक और दल ने छोड़ा एनडीए
कृषि कानूनों के विरोध में अकाली दल के बाद अब एक और पार्टी ने एनडीए से नाता तोड़ लिया है। राजस्थान की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से अलग होने का ऐलान कर दिया है। पार्टी के संयोजक और राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनिवाल ने इससे पहले किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए तीन संसदीय समितियों से इस्तीफा दे दिया था।