मुंबई : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ विडिओ कॉन्फ्रेसिंग के जरिये समीक्षा बैठक की जिसमे पीएम ने कहा की टेस्टिंग बढ़ाने और कंटेनमेंट जोन के जरिए कोरोना को नियंत्रित करना होगा पीएम ने कहा की आज की समीक्षा में कुछ बातें स्पष्ट हैं जिन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा की पिछले साल कोरोना की जो सर्वोच्च रफ्तार थी उसे हम इस बार पार कर चुके हैं. इस बार मामलों की वृद्धि दर पहले से भी ज्यादा तेज है. महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्य प्रदेश और गुजरात समेत कई राज्य पहली लहर की पीक को भी पार कर चुके हैं. कुछ और राज्य भी इस ओर बढ़ रहे हैं. हम सबके लिए ये चिंता का विषय है. ये एक गंभीर चिंता का विषय है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज हम जितनी ज्यादा वैक्सीनेशन करते हैं, इससे ज्यादा हमें टेस्टिंग पर बल देने की जरूरत है. टेस्टिंग और ट्रेकिंग की बहुत बड़ी भूमिका है. टेस्टिंग को हमें हल्के में नहीं लेना होगा
महामारी पर राजनीति मैं पहले दिन से ही देख रहा हूं, देश के लोगों की सेवा करना हमारी जिम्मेदारी है, मैं इसपर मुंह नहीं खोलना चाहता हूं. जो राजनीति कर रहे हैं वे कर ही रहे हैं, हमें इसपर कुछ कहना नहीं है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 11 से 14 अप्रैल तक सभी लोग टीका उत्सव मनाएं. कोविड-19 का एक बड़ा हिस्सा वैक्सीन मैनेजमेंट वेस्टेज को रोकना भी है. सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का प्रयास किया जाए
पीएम मोदी ने कहा कि हमने कोरोना की लड़ाई जीती थी, बिना वैक्सीन के. ये भी भरोसा भी नहीं था कि वैक्सीन आएगी या नहीं. आज हमें भयभीत होने की जरूरत नहीं है. हम जिस तरह से लड़ाई को लड़े थे, उसी तरह से फिर से लड़ाई जीत सकते हैं.
कोरोना पर मुख्यमंत्रियों संग चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी संपूर्ण लॉकडाउन की जरूरत नहीं, फिलहाल नाइट कर्फ्यू ही काफी है.