ED ने ज़ब्त की 'माल्या-मोदी-मेहुल' की संपत्ति, ज़ब्त संपत्ति में से 9371 करोड़ रुपए बैंको को किया ट्रांसफर
मुंबई : प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी (डायरेक्टोरेट ऑफ एन्फ़ोर्समेंट) ने बुद्धवार को देश से फ़रार कारोबारी विजय माल्या, मेहुल चोकसी और नीरव मोदी की ज़ब्त की गई संपत्ति में से 9371.17 करोड़ रुपए सरकारी बैंकों को ट्रांसफर कर दिए हैं।
जाँच एजेंसियों का कहना है कि इन कारोबारियों की वजह से देश को काफी नुकसान हुआ है। इनकी वित्तीय धोखाधड़ी के कारण बैंकों ने भी भारी नुक़सान झेला है। ईडी ने इन कारोबारियों की कुल 18,170.02 करोड़ रुपए की क़ीमत की संपत्ति को जब्त किया है।
ईडी की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ''ईडी की तरभ से न केवल 18,170.02 करोड़ रुपए की संपत्ति ज़ब्त की है बल्कि विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी मामले में पीएमएलए के तहत 9371.17 करोड़ रुपए सरकारी बैंकों के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी दिए गए हैं।''
इसके अलावा ईडी ने ये जानकारी भी दी है कि तीनों कारोबारियों की जितनी संपत्ति अब तक ज़ब्त की गई है वो बैंकों को हुए नुक़सान का 80.45 फ़ीसदी है।
भारत तीनों फ़रार कारोबारियों को विदेशों से देश में वापस लाने की कोशिशों में लगा हुआ है। विजय माल्या और नीरव मोदी फिलहाल ब्रिटेन में छिपे हैं। इसी साल फ़रवरी महीने में ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल ने नीरव मोदी को भारत भेजे जाने के आदेश पर हस्ताक्षर किए थे।
इसी कड़ी में विजय माल्या को भी वापस लाने की क़ानूनी प्रक्रिया ब्रिटेन में जारी है। विजय माल्या पर 9,000 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं।
साथ ही मेहुल चोकसी की भी एंटीगुआ और बारबुडा सरकार से भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया से जारी है। वहीं एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने मंगलवार को कहा कि उन्हें इस बात के किसी निर्णायक सबूत की जानकारी नहीं है कि भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी का अपहरण कर डोमिनिका ले जाया गया था।