Mumbai डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस आज

Update: 2020-12-06 02:00 GMT

मुंबई। भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का आज 6 दिलंबर को महापरिनिर्वाण दिवस है। डॉ. बाबासाहेब बड़े समाज सुधारक और विद्वान थे। उनकी पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के तौर पर मनाया जाता है। उनके पार्थिव अवशेष का अंतिम संस्कार बौद्ध धर्म के नियमों के मुताबिक मुंबई के दादर चौपाटी पर हुआ। जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया, उस जगह को अब चैत्य भूमि के तौर पर जाना जाता है।

दलितों की स्थिति में सुधार लाने के लिए उन्होंने काफी काम किया और छूआछूत जैसी प्रथा को खत्म करने में उनकी बड़ी भूमिका थी। इसलिए उनको बौद्ध गुरु माना जाता है। उनके अनुयायियों का मानना है कि उनके गुरु भगवान बुद्ध की तरह ही काफी प्रभावी और सदाचारी थे। उनका मानना है कि डॉ.आंबेडकर अपने कार्यों की वजह से निर्वाण प्राप्त कर चुके हैं। यही वजह है कि उनकी पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस या महापरिनिर्वाण दिन के तौर पर मानाया जाता है। आंबेडकर के अनुयायी और अन्य भारतीय नेता इस मौके पर चैत्य भूमि जाते हैं और भारतीय संविधान के निर्माता को श्रद्धांजलि देते हैं।

गौरतलब है कि डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के छोटे से गांव महू में हुआ था. उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था. वे अपने माता-पिता की चौदहवीं संतान थे. बाबा साहब का जन्म महार जाति में हुआ था जिसे लोग अछूत और निचली जाति मानते थे. अपनी जाति के कारण उन्हें सामाजिक दुराव का सामना करना पड़ा. प्रतिभाशाली होने के बावजूद स्कूल में उनको अस्पृश्यता के कारण अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था. इसके बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

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