कभी दीदी ने बनाया था सांसद,तो अब क्या बीजेपी बंगाल के सीएम चेहरा होंगे डिस्को डांसर?
कोलकाता। रविवार को हिंदी और बांग्ला फिल्मों के मशहूर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. कभी ममता बनर्जी के करीबी रहे मिथुन को लेकर कई दिनों से सियासी बाजार गर्म था. कुछ दिन पहले जब मिथुन की तस्वीर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ आई, तभी से बीजेपी में उनके शामिल होने के कयास लगने लगे थे.मिथुन ने अपनी सियासी पारी की शुरुआत ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी से की थी. साल 2011 में जब TMC बंगाल के सत्ता के शीर्ष पर पहुंची थी तो ममता ने उन्हें अपने साथ जोड़ा था।
2014 में ममता ने उन्हें राज्यसभा भी भेजा, पर वो उच्च सदन में करीब दो साल ही रहे और 2016 के अंत में उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया और सियासत से संन्यास का ऐलान कर दिया. मगर अब एक बार फिर मे मिथुन सियासी मंच पर पहुंचे हैं और इसबार ममता के खिलाफ चुनाव बिगुल फूंका है. हालांकि, 2016 में मिथुन के राजनीति से संन्यास के पीछे की एक वजह शारदा चिटफंड घोटाले को भी बताया जाता है, जिसमें उनका नाम आया था.
मिथुन चक्रवर्ती शारदा कंपनी में ब्रांड एंबेसडर थे. ईडी ने मिथुन चक्रवर्ती से पूछताछ भी की थी. सियासत के गलियारे में कयास लगाया जा रहा है कि मिथुन चक्रवर्ती बंगाल में बीजेपी का चेहरा होंगे और सीएम पद के उम्मीदवार हो सकते हैं. बीजेपी ने अभी तक बंगाल में सीएम पद का चेहरा घोषित नहीं किया है।