मुंबई : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर सवाल खड़े किए हैं। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि सेंट्रल विस्टा आपराधिक फिजूलखर्ची है। प्रधानमंत्री अपने लिए नए घर के अहंकार को संतुष्ट करने के बजाय इस समय लोगों की जिंदगी पर ध्यान दें तो अच्छा होगा।
रायसीना हिल्स की पुरानी इमारतों को सुधारने, आम सचिवालय भवनों को बेहतर बनाने, पुराने संसद भवन का नवीनीकरण करने और सांसदों की आवश्यकता अनुसार नई जगह बनाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने सेंट्रल विस्टा परियोजना की शुरूआत की है। इसके अलावा इस परियोजना पर लगभग 20 हज़ार करोड़ रुपये के ख़र्च होने का अनुमान है। मिल रही जानकारी के मुताबिक सेंट्रल विस्टा का काम नवंबर 2021 तक नए संसद भवन का काम मार्च 2022 तक और कॉमन केंद्रीय सचिवालय का काम मार्च 2024 तक पूरा किया जाना है।
भारत में कोरोना संक्रमण से लगातार बनी हुई गंभीर स्थिति के बीच नई दिल्ली का चेहरा बदलने वाली महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा परियोजना का काम ज़ोरोशोरों से जारी है। दिल्ली के दिल में 20 हज़ार करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से पूरी होने वाली इस सरकारी परियोजना को 'आवश्यक सेवा' का नाम दिया गया है। साथ ही ये भी सुनिश्चित किया गया है कि दिल्ली में जारी लॉकडाउन के बावजूद इस परियोजना पर मज़दूर काम कर रहें है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत एक नए संसद भवन और नए केंद्रीय सचिवालय के साथ राजपथ के पूरे इलाके का री-डेवलपमेंट किया जाना है।
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी भी इस परियोजना पर सवाल उठा चुके हैं। सीताराम येचुरी ने इस निर्माण कार्य को तुरंत बंद करने की मांग की थी। वहीं ममता बनर्जी ने कहा था कि निर्माण कार्य में सरकार हज़ारों करोड़ रूपए ख़र्च कर रही है, लेकिन वैक्सीन मुफ़्त नहीं दी जा रही है। ममता बनर्जी ने भी मांग की थी कि सभी राज्यों को वैक्सीन तत्काल रूप से मुफ़्त में मिलनी चाहिए।