मुंबई : कश्मीर के सोपोर में आतंकियों ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों को निशाना बनाकर हमला किया है। इस हमले में पुलिस के दो जवान शहीद हुए हैं, दो घायल भी हुए हैं घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साथ ही हमले में दो नागरिक भी मारे गए हैं।सोपोर के अरंपोरा में तैनात पुलिस और सीआरपीएफ की नाका पार्टी को निशाना बनाकर आतंकियों ने फायरिंग की। इस हमले में दो जवान शहीद हो गए हैं। आतंकियों ने दो स्थानीय नागरिकों की भी जान ले ली। साथ ही पुलिस के एक वाहन को भी नुक्सान पहुंचाया है। हमला करने के बाद आतंकी फरार हो गए।
कश्मीर जोन के आईजी विजय कुमार ने बात- चीत के दैवरान बताया कि पुलिस के दो जवान शहीद हुए हैं, दो नागरिकों की भी जान गई है। साथ ही दो अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हमले के पीछे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है।
इससे पहले शुक्रवार को शोपियां में लिटर अग्लर इलाके में तैनात पुलिस और सीआरपीएफ की नाका पार्टी को आतंकियों ने दूर से निशाना बनाकर कई राउंड फायरिंग की थी।
बता दें कि आतंकी संगठन लगातार सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिशें रच रहे हैं। घाटी में आतंकियों की दो साजिशों को सुरक्षाबलों ने सोमवार को नाकाम किया था। श्रीनगर नगर निगम के बाहर और त्राल में प्लांट की गई आईईडी बरामद कर आतंकियों के मंसूबे को विफल करने में सफलता मिली। दोनों ही स्थानों पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा।
त्राल के साइमो इलाके में आतंकियों ने सड़क किनारे आईईडी प्लांट कर रखी थी। सुरक्षाबलों की नजर पड़ते ही इस रोड पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। पूरे इलाके की नाकेबंदी कर बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया। बम निरोधक दस्ते ने छानबीन में पाया कि आईईडी का वजन पांच से सात किलो है। जांच के बाद दस्ते ने इसे निष्क्रिय किया। इस रास्ते से सुरक्षाबलों के वाहन लगातार गुजरते रहते हैं। आतंकियों ने इन वाहनों को उड़ाने की साजिश रची थी, जिसे समय रहते नाकाम बना दिया गया था।
इससे पहले बीते सप्ताह शनिवार को श्रीनगर के छानपोरा पुलिस थाना से 40 मीटर दूर नौ से दस किलो की आईईडी बरामद की गई थी। यह आईईडी एक काले बैग में रखी गई थी। इसकी जिम्मेदारी आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली थी। जिस जगह पर यह आईईडी से भरा बैग मिला था उस जगह पर सीआरपीएफ जवानों की तैनाती होती है। यहीं सुरक्षाबलों का नाका भी लगा होता है।