रक्षक या भक्षक:गर्ल्स हॉस्टल में महिलाओं को निर्वस्त्र कर नचाए,विधानसभा में सुनाई दी जलगांव की गूंज
मनसे बोली, अब पुलिसवालों के उतारने पड़ेंगे कपड़े
मुंबई। जलगांव में गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों को कपड़े उतार कर नचाने पर मजबूर करने का मामला सामने आने के बाद महाराष्ट्र में खलबली मच गई हैं. महाराष्ट्र विधानसभा में भी ये मुद्दा उठाया गया. गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बताय कि जांच समिति बनाकर 2 दिनों में पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की गयी है.भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि अब राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का समय आ गया है.अगर हमारे राज्य में महिलाओं के साथ ऐसी बदसलूकी हो रही हो तो इस सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है।
जलगांव के एक हॉस्टल में पुलिस द्वारा महिलाओं को जबरदस्ती कपड़े उतार कर नाचने को मजबूर करने का वीडियो वायरल हो गया. जिसके बाद हर जगह इस घटना का विरोध किया जा रहा है.महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना भी इसके विरोध में आ गई है. मनसे नेता रूपाली पाटील ने फेसबुक पर विरोध करते हुए लिखा कि इस मामले में दोषी पुलिस वालों पर और अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई कर उन्हें नौकरी से निलंबित किया जाए और अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम मनसे स्टाइल में इन अधिकारियों को निर्वस्त्र करके सजा देंगे।
विधायक श्वेता महाले ने कहा कि जलगांव के आशादीप हॉस्टल में जो हुआ वह बेहद निंदनीय है. पुलिस महिलाओं की रक्षक होती है पर अगर वही महिलाओं पर अन्याय करें महिलाओं को निर्वस्त्र करके नचाए यह गंभीर मामला है.इस मामले में विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहां की लोकतंत्र में सरकार बर्खास्त करने की मांग करना सदस्यों का अधिकार है. इस घटना का वीडियो क्लिप जिस तरह से वायरल हुई है. उसे देखते हुए इस संवेदनशील मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए. इस दौरान राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख में बताया कि जलगांव मामले में चार लोगों की समिति बनाई गई है और आने वाले 2 दिनों में जांच पूरी की जाएगी।