नागपंचमी विशेष- सांप इंसान का दुश्मन नहीं बल्कि उसका दोस्त है, मदद के लिए हाथ देकर सांपों को जीवनदान के एक्सक्लूसिव वीडियो
भारत देश और यहां के लोगों का सांपों से पुराना संबंध रहा है। हिंदू धर्म में सांपों को भगवान का दर्जा दिया गया है, भगवान शिव के प्रिय सांपों की गले की माला है। नागपंचमी के दिन संपूर्ण भारत में नाग देवता की पूजा की जाती है और उन्हें दूध पिलाया जाता है। गो सांपो के देखकर भयभीत हो जाते है डर जाते है उन पर पत्थर लाठी और अन्य चीजों से हमला इसलिए कर देते है। अगर किसी सांप ने किसी को काट लिया तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है, लेकिन सांप अकारण कभी नहीं काटता। लोगों का झुकाव दिन ब दिन उनकी आबादी की ओर बढ़ता जा रहा है हम उनके स्थान पर अपना निवास स्थान बना रहे है, स्वाभिवक है कि उनका हमसे सामना जरूर होगा। महाराष्ट्र राज्य के सोलापुर में स्थित शेतफल गांव के लोगों का सांपों से पुराना और गहरा संबंध और नाता है। यहां के लोग इन्हीं सांपों के बीच सांपों का खुले दिल से स्वागत करते है। गाँव में एक से एक जहरीले और विकराल कोबरा जैसे खतरनाक सांप घूमते देखे हैं लेकिन यहां लोगों को कोई कोई हिचकिचाहट भी नहीं है।
यवतमाल: सांप इंसान का दोस्त होता न की दुश्मन होता है। वह अपने घर में अनाज की सुरक्षा करता है और एक तरह से चूहों से बचाता है। इसलिए सांप को देखते ही मारना गलत है। सपेरे सर्पमित्र उसे पकड़कर उनको उनके विराट घर जंगल में छोड़ देते हैं। इस पहल में एक हाथ मदद के चलते सांपों को जीवनदान दिया जा सकता है। नागपंचमी देश भर में हर जगह मनाई जाती है, इस दिन सांप को दूध पिलाया धान के लावा को चढ़ाया जाता है सर्प की पूजा की जाती है। कभी-कभी सांप को इस सोच के साथ मारा जाता है कि अगर वह आपको काटेगा तो आपकी जान चली जाएगी। सभी सांप जहरीले नहीं होते। इसलिए किसी की जान को खतरा नहीं है।
लोग खेतों में काम करते हैं, इसलिए उन्हें किसी भी तरह की जन जागरूकता नहीं दी जाती है। लेकिन यवतमाल जिले के सर्पमित्र किसानों और आम नागरिकों तक पहुंच कर सांपों को जीवनदान दे रहे हैं। उनकी पहल है कि सांपों को देखकर घबराएं नहीं बल्कि शांत रहे हमें सूचित करें हम पकड़कर उसको जीवनदान देते, है सांप के काटने से हर इंसान मरता नहीं है आज सांपों के काटने पर बहुत नारमल उपचार में लोग ठीक हो जाते है। हर सांप जहरीला नहीं होता है। लेकिन जबसे तक आपकी ओर से उसे कोई ठेस नहीं पहुंचाई जाएगी तो वो आपको किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
भारत वन और जंगलों का देश है अतः यहां बहुत सारे वन्य जीव तथा सरीसृप प्रजाति के जहरीले जीव भी पाए जाते हैं जो अत्यंत घातक हो सकते हैं, भारत जैसे घने वन वाले क्षेत्रों में सांप के निवास लिए उपयुक्त निवास स्थान माना जा सकता है, कभी-कभी कुछ सरीसृप जंगल को छोड़कर शिकार की तलाश में रिहायशी इलाकों में चले जाते हैं ऐसी स्थिति में हमें पता होना चाहिए कि कौन से सांप जहरीले होते हैं जिन से हमें विशेष सावधानी रखनी चाहिए, भारत में सांपों की 270 से अधिक प्रजातियां हैं, जिनमें से लगभग 60 अत्यधिक जहरीली हैं। भारत के बड़े चार तरह के खतरनाक सांपों में भारतीय कोबरा, क्रैट, रसेल का वाइपर और सॉ-स्केल्ड वाइपर शामिल हैं।
भारत के विशाल और घने जंगल सरीसृपों को अनुकूल निवास स्थान प्रदान करते हैं। भारत में सांपों की लगभग 270 प्रजातियां पायी जाती हैं जिनमें से लगभग 50 प्रजातियां बेहद ही विषैली हैं। अगर यह सांप डस ले तो अस्पताल पहुंचने से पहले ही इंसान दम तोड देता है। इनमें से भी लगभग 15 प्रजातियाँ ही ऐसी हैं जो बहुत अधिक विषैली हैं और इनके काटने पर मृत्यु तक हो सकती है। विश्व में सांपों की 13 जातियां पाई जाती हैं, उनकी लगभग 2, 744 प्रजातियां दुनिया भर में फैली हुई हैं। वहीं भारत में सांपों की 10 जातियां पाई जाती हैं। उनकी लगभग 270 प्रजातियां अब तक देखे गए हैं। आधिकारिक तौर पर लगभग 244 प्रजातियों के सांपों की जानकारी उपलब्ध है। पैराडाइज उड़ने वाला सांप, जो पेड़ों से उड़ते समय खुद को अधिक वायुगतिकीय बनाने के लिए अपनी पसलियों को फैलाकर "उड़ान" (ग्लाइड) भरता है।